बिहार के सरकारी स्कूलों के निरीक्षण में जा रहे पदाधिकारियों के लिए नया दिशा-निर्देश शिक्षा विभाीग ने जारी किया है। इसमें विभाग ने बताया है कि निरीक्षण के दौरान कौन-कौन सी बातों का विशेष ध्यान रखना और उल्लेख उन्हें अपनी रिपोर्ट में करना है।
इसी क्रम में बताया गया है कि स्कूलों के कमरों की क्या स्थिति है, कितने बच्चे यूनिफॉर्म (स्कूल ड्रेस) में आये हैं, इनकी भी जांच उन्हें करनी है। विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से स्कूलों की स्थिति का जायजा लेने के दौरान भी यह पाया था कि काफी बच्चे स्कूल ड्रेस में नहीं आते हैं। इस पर गंभीरता से जांच करने का निर्देश निरीक्षी पदाधिकारियों की दिया गया है।
पदाधिकारी अपनी रिपोर्ट में बतायेंगे कि कक्षा में कितने बच्चे उपस्थित थे, कितने कुल नामांकित हैं और उनमें कितने स्कूल ड्रेस पहने हुए थे। साथ ही स्कूल में कितने वर्ग कक्ष हैं, उनमें कितने बिल्कुल सही स्थिति में हैं और कितनों की मरम्मत की आवश्यकता है, यह भी जानकारी रिपोर्ट में पदाधिकारियों को देनी है। अगर कमरे निर्माणाधीन हैं तो उसकी भी जानकारी देनी है।
कोई कमरा बच्चों-शिक्षकों के बैठने लायक नहीं है, तो यह भी बताना है। ताकि, विभाग को यह जानकारी हो सके कि स्कूलों में कमरों की क्या स्थिति है।
स्कूल आने वाले बच्चे कितने ऐसे हैं, जो परीक्षा में नहीं बैठते हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार होगी। इसके अलावा शिक्षकों, छात्र-छात्राओं की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन योजना की स्थिति, शौचालय और पेयजल की सुविधा आदि की रिपोर्ट तो पहले से ही की जा रही है। विभाग ने अब यह भी निर्णय लिया है कि जिला और राज्य स्तर के पदाधिकारियों की निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर तीन माह की एक विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी, जिसका ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जाएगा।