टीबी जैसे गंभीर रोग के खिलाफ देशभर में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से “टीबी मुक्त भारत अभियान” के तहत समस्तीपुर में 100 दिनों के विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत हुई। सांसद शांभवी ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में दीप प्रज्वलन कर इस अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जागरूकता रथ को भी गांव-गांव भेजने के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने के उद्देश्य से यह अभियान बिहार के 13 जिलों में चलाया जा रहा है, जिसमें समस्तीपुर भी शामिल है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को तपेदिक रोग के प्रति जागरूक करना और शुरुआती लक्षणों के आधार पर बलगम जांच के लिए प्रेरित करना है।
इस अवसर पर सांसद शांभवी ने कहा, “टीबी एक गंभीर लेकिन पूरी तरह से ठीक होने वाला रोग है, यदि समय पर इसका उपचार कराया जाए। प्रधानमंत्री की यह विशेष पहल देश को इस बीमारी से मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने बताया कि जागरूकता रथ गांव-गांव जाकर लोगों को टीबी के लक्षण, उपचार और बचाव के तरीकों की जानकारी देगा।
जागरूकता अभियान के तहत लोगों को एक सप्ताह से अधिक खांसी होने पर बलगम की जांच कराने की सलाह दी जाएगी। साथ ही, टीबी से ग्रसित मरीजों को सही उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. एस. के. चौधरी ने बताया कि जिले में टीबी से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है, ताकि हर मरीज को समय पर इलाज मिल सके।
इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. एस. के. चौधरी, टीबी पदाधिकारी विशाल कुमार, डॉ. विजय कुमार और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही। नगर निगम आयुक्त अनीता राम ने कहा कि इस तरह के अभियान से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक बनने का अवसर मिलेगा।