समस्तीपुर के मगरदही में स्थित शिवशंकर नवल किशोर विशिष्ट पुस्तकालय को आधुनिक स्वरूप देने के प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले में लंबे समय से केंद्रीय पुस्तकालय भवन की कमी महसूस की जा रही थी, लेकिन अब यह सपना साकार होने जा रहा है। स्थानीय विधायक सह बिहार विधानसभा के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन की पहल और सतत प्रयासों से इस परियोजना को मंजूरी मिली है।
नए भवन के लिए स्वीकृति और प्रक्रिया:
बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड ने 98 लाख रुपये की लागत से जिला केंद्रीय पुस्तकालय के नए भवन के निर्माण के लिए निविदा जारी की है। यह योजना विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन के प्रयासों का परिणाम है, जिन्होंने सदन में कई बार इस मांग को प्रमुखता से उठाया और संबंधित अधिकारियों से पत्राचार किया।
विधायक का निरीक्षण और विचार:
रविवार को विधायक शाहीन ने मगरदही स्थित पुस्तकालय का दौरा कर निर्माण स्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय किसी भी समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये न केवल ज्ञान का भंडार हैं, बल्कि सामाजिक समरसता और जागरूकता का भी माध्यम हैं।
समस्तीपुर की ज्ञान संस्कृति को बढ़ावा:
समस्तीपुर में लंबे समय से पुस्तकालयों की कमी और उपेक्षा रही है। इस पहल से न केवल पुस्तकालय संस्कृति को पुनर्जीवित किया जाएगा, बल्कि शिक्षा और ज्ञान के प्रसार को भी बल मिलेगा। यह कदम न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं को लाभान्वित करेगा, बल्कि हर वर्ग के लोगों के लिए एक नई आशा का केंद्र बनेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
शहरवासियों ने इस परियोजना के लिए विधायक शाहीन का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह पहल समस्तीपुर को शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में एक नई दिशा देने में सहायक होगी। कार्यक्रम के दौरान कई गणमान्य लोग और समाजसेवी मौजूद थे, जिन्होंने इस परियोजना को जिले के विकास में एक बड़ा कदम बताया।