बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे हिंसक अत्याचार और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से शौर्य दिवस मनाया। जिलेभर से आए कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर जुलूस निकाला और लोगों से अपने भीतर साहस और जागरूकता को जगाने की अपील की।
शौर्य दिवस के मौके पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शौर्य यात्रा निकाली। यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी, जिसमें हिंदू समाज को अपने आत्मसम्मान और अधिकारों के प्रति जागरूक करने का संदेश दिया गया।
एमएलसी डॉ. तरुण चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस मामले को प्राथमिकता के साथ उठाया जाए। डॉ. चौधरी ने भारत के लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि यदि अभी से सजग नहीं हुआ गया, तो ऐसी परिस्थितियां भारत में भी उत्पन्न हो सकती हैं।
जिला सामाजिक समस्या प्रमुख आलोक सिंह राठौड़ ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति अत्यंत दयनीय है। वहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर उनके अधिकार छीने जा रहे हैं। संतों को जेलों में बंद किया जा रहा है और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने भारत के लोगों को चेतावनी दी कि ऐसी स्थिति यहां न हो, इसके लिए जागरूकता और साहस आवश्यक है।
इस आयोजन के दौरान निकाली गई शौर्य यात्रा ने शहर में काफी हलचल मचाई। यात्रा के कारण विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। यातायात पुलिस भी जाम को नियंत्रित करने में व्यस्त रही। हालांकि, जुलूस में शामिल लोगों का जोश और ऊर्जा देखते ही बन रही थी।