पहली गाड़ी या बाइक खरीदना लगभग सभी के लिए जीवन का एक बहुत बड़ा पल होता है। बाइक खरीदने के बाद उसे सड़क पर उतरने से पहले आपको एक थर्ड-पार्टी मोटर बीमा पॉलिसी लेनी पड़ती है। हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को लेने के दौरान किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिससे आपको एक प्रभावी बीमा पॉलिसी मिल जाए।
1. बीमा कवरेज के बारे में जानें
बाइक के लिए बीमा काफी महंगा सकता है, क्योंकि इसके मेंटेनेंस में काफी रकम खर्च होती है। बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो यह पहले बाइक खरीदते हैं फिर उसके बीमा खरीदने के बारे में पता करते हैं। अगर आग पहले से बाइक इंश्योरेंस के बारे में पता कर लें तो आप अपना काफी समय और पैसा बचा सकते हैं।
2. कवरेज में क्या-क्या शामिल
कोई भी बाइक इंश्योरेंस लेने से पहले यह जरूर चेक करें कि उसमें कितना और क्या-क्या कवरेज शामिल है। आपको यह चेक करना चाहिए कि किसी हादसे की स्थिति में बीमा कंपनी को आपको किस बात के लिए कितना मुआवजा मिलेगा। इंश्योरेंस के पूरी कवरेज में ना सिर्फ आपको और आपकी बाइक को होने वाले नुकसान का कवर करती है, बल्कि आप पूरी तरह से संतुष्ट रहते हैं। थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेना भी किसी हादसे की स्थिति में आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
3. एक्स्ट्रा कवरेज के बारे में जानें
अगर आपके पास महंगी बाइक हैं तो आप उसके लिए बीमा पॉलिसी में एक्स्ट्रा कवरेज ले सकते हैं। यह जरूर चेक करें कि बीमा पॉलिसी में जीरो डेप्रिसिएशन कवर जैसी चीजें शामिल हैं कि नहीं। इसके होने पर आपको इस चीज की चिंता खत्म हो जाती है कि कुछ साल बाद भी आपकी बाइक के लिए मुआवजे के दावे के लिए आपको दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। अगर आपकी बाइक 5 साल से कम हैं तो आपको यह जरूर लेना चाहिए।
4. IDV को सही से जांचें
बाइक बीमा पॉलिसी लेने के दौरान बीमाकृत घोषित मूल्य (IDV) के बारे में सही जानना चाहिए। यह वह राशि होती है, जो आपकी बाइक चोरी होने जाने या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद आपका बीमाकर्ता आपको देगा। आमतौर पर नई बाइक के लिए IDV की कोई चिंता नहीं होती है, लेकिन रिन्यू के दौरान इसका ध्यान रखना चाहिए।
5. सिर्फ प्रीमियम के आधार पर न चुनें पॉलिसी
आपको बाइक इंश्योरेंस को केवल प्रीमियम के आधार पर नहीं चुनना चाहिए। वहीं, बीमा पॉलिसी चुनें, जो आपको सबसे अधिक सूट करें। आपको कैशलेस के लिए जीरो डेप्रिसिएशन, कंज्यूमेबल खर्च, अनिवार्य अतिरिक्त आदि जैसे अनिवार्य ऐड-ऑन का ऑप्शन का चुनाव करना चाहिए। केवल प्रीमियम के आधार पर अपनी पॉलिसी को चुनने से बचना चाहिए, क्योंकि सर्विस और एक्सपीरिएंस भी काफी जरूरी कारक है।