प्रखंड के हसनपुर बाजार रजवा रोड निरंकारी भवन के निकट से मृत बागमती नदी के किनारे होते हुए नवटोलिया पुल तक जाने वाली बायपास सड़क पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश में धंस गई। इसी साल जनवरी बने इस बायपास सड़क से होकर चार पहिया वाहनों की आवाजाही पिछले 15 दिनों से ठप है। पैदल व दो पहिया वाहन के सहारे तो लोग इस सड़क से होकर सफर तय कर लेते हैं।
लेकिन चार पहिया वाहनों के सहारे सफर तय करना दुर्घटना को आमंत्रण देने के समान है। निरंकारी भवन के कुछ ही मीटर बाद बायपास सड़क के दायां तरफ मूसलाधार बारिश से गड्ढे बन चुके हैं।
यदि इस गड्ढे से होकर चार पहिया वाहनों की आवाजाही की जाती है, तो इसका पलटना तय है। इस परिस्थिति में चार पहिया वाहनों को रास्ता बदलकर आवागमन की विवशता बनी हुई है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बायपास सड़क का निर्माण गुणवत्तापूर्ण तरीके से नहीं किया गया है। नई मिट्टी पर ही पीचिंग का काम कर दिया गया है। इससे मूसलाधार बारिश होते ही सड़क धंस जाती है। लोग सड़क की इस बदतर स्थिति का दोषारोपण सड़क निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार पर दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि ठेकेदार को चाहिए था कि मिट्टी भराई के बाद नदी के किनारे बोल्डर डालकर तब सड़क निर्माण कार्य किया जाता, तो आज एक साल में ही सड़क नहीं धंसती।
विभाग को चाहिए कि जल्दी ही धंस चुके सड़क की मरम्मत की जाए, ताकि चार पहिया वाहनों की आवाजाही बहाल हो सके। फिलहाल चार पहिया वाहनों की आवाजाही बहाल करने के लिए कहीं से कोई पहल नहीं किया जा रहा है। इससे लोगों में नाराजगी है।
बायपास सड़क निर्माण होने से नवनिर्मित पुल का भी होने लगा था उपयोग हसनपुर बाजार इमली चौक से पहले मृत बागमती नदी में साल 2019 में 3 करोड़ रुपए की लागत से सड़क पुल का निर्माण किया गया। इस पुल का निर्माण तत्कालीन विधायक राजकुमार के अनुशंसा पर हुआ था। लेकिन पुल से होकर संपर्क सड़क नहीं होने से इस नवनिर्मित पुल का कोई उपयोग नहीं हो रहा था।
इसके बाद क्षेत्र के लोगों द्वारा हसनपुर बाजार में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए बाइपास सड़क निर्माण की मांग उठी। लोगों की मांग पर तत्कालीन विधायक के अनुशंसा पर साल 2020 में बाइपास सड़क निर्माण कार्य को हरी झंडी दे दिया। विभागीय तौर पर हरी झंडी मिलने पर जनवरी 2024 में बायपास सड़क का निर्माण कार्य पूरा भी हो गया।