अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) की जिला कमेटी की बैठक जिलाध्यक्ष उपेन्द्र राय की अध्यक्षता, जिला सचिव जीवछ पासवान के संचालन और भाकपा (माले) जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार के पर्यवेक्षण में सम्पन्न हुई। बैठक में पिछले कार्यों की समीक्षा की गई और 26-27 जून को समस्तीपुर में हुए खेग्रामस राज्य पदाधिकारियों की बैठक के फैसलों को लागू करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में संगठन को विस्तार और मजबूती देने के लिए गांव, टोला, और पंचायत स्तर पर कमेटी गठन कर दलित गरीबों के 5 गारंटी आंदोलन को तेज करने पर जोर दिया गया। इस अवसर पर भाकपा (माले) जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार, खेग्रामस जिला सचिव जीवछ पासवान, जिलाध्यक्ष उपेन्द्र राय, सुरेश कुमार, अशोक कुमार, चंदेश्वर यादव, उमेश महतो, रामगणेश राय, मो. इस्तखार आलम, और केदार कुमार ने अपने विचार साझा किए।
जीवछ पासवान ने कहा कि मनरेगा मजदूरों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड रद्द करने, मजदूरों को जॉब कार्ड बनाने, 200 दिन का काम और 600 रुपए मजदूरी देने, बेरोजगारी भत्ता, कृषि कार्य में मनरेगा मजदूरों को जोड़ने, वास आवास, सामाजिक उत्पीड़न और सत्ता द्वारा दमन के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है। साथ ही बढ़ती महंगाई, अपराध, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, स्मार्ट मीटर पर रोक, माइक्रोफाइनेंस कर्ज माफी, और दलितों पर अत्याचार रोकने सहित अन्य मांगों को लेकर 25 जुलाई 2024 को बिहार विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन में भाग लेने का निर्णय लिया गया।
उपेन्द्र राय ने कहा कि पूसा में खेग्रामस नेताओं द्वारा मनरेगा योजना और प्रखंड व थाना में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चलाने पर पुलिस की गलत कार्रवाई के विरोध में 9 जुलाई को पूसा में प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा।