Samastipur News : समस्तीपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक सेवानिवृत्त आयुष चिकित्सक से बिना सेवा विस्तार के काम लेने और वेतन भुगतान करने का मामला सामने आया है। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नियमों को ताक पर रखकर किए जा रहे इस तरह के फैसलों से वित्तीय अनियमितताओं की आशंका और गहरी हो गई है।
आयुष चिकित्सक डॉ. ब्रह्मानंद झा, जो जलालपुर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे, 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए थे। इसके बावजूद उन्हें समस्तीपुर प्रखंड के छतौना अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानांतरित किया गया। यह स्थानांतरण जिला स्वास्थ्य समिति के सामूहिक स्थानांतरण आदेश के तहत हुआ, लेकिन उनकी सेवा अवधि का राज्य स्वास्थ्य समिति से कोई विस्तार नहीं हुआ था।
इस मुद्दे को लेकर समस्तीपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने 29 अगस्त को सिविल सर्जन को पत्र लिखा। पत्र में कहा गया कि डॉ. झा से बार-बार सेवा विस्तार का प्रमाण पत्र मांगा गया, लेकिन उन्होंने इसे प्रस्तुत नहीं किया। सिविल सर्जन कार्यालय से भी इस संबंध में स्पष्टता मांगी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के नियमों के विपरीत इस तरह की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट के जिला सचिव अजय कुमार ने कहा, “यह वित्तीय अनियमितता का स्पष्ट मामला है। बिना सेवा विस्तार के वेतन भुगतान और स्थानांतरण जैसे फैसले स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाते हैं। विभाग की गहन जांच में इस तरह की और भी अनियमितताएं उजागर हो सकती हैं।”
इस मामले में मोहनपुर के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने पहले ही सीएस को पत्र भेजा था, जिसमें डॉ. झा के स्थानांतरण और अंतिम वेतन भुगतान पर सफाई मांगी गई थी। सिविल सर्जन से इस विषय पर प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं मिला।