Vaibhav Suryavanshi : बिहार के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने हाल के दिनों में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए सात मैचों में 206.56 की स्ट्राइक रेट से 252 रन बनाकर पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया। आईपीएल में धमाल मचाने के बाद वैभव सूर्यवंशी का भारत की अंडर 19 टीम में सेलेक्शन हुआ है। इस खबर के बाद समस्तीपुर में उनके घर पर जश्न का माहौल है।

बता दें कि IPL के बाद वैभव गुरुवार को समस्तीपुर पहुंचे थे। इस दौरान वह चार घंटे तक अपने घर पर रहे और परिवार के साथ समय बिताया। इस दौरान लोगों ने टीम इंडिया के अंडर 19 टीम में उनका चयन होने पर जश्न मनाया और मिठाइयां बांटी। इसके बाद वे समस्तीपुर से पटना पहुंचे और फिर बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए।


पटना एयरपोर्ट पर उनके पिता संजीव सूर्यवंशी और उसकी मां आरती भी उन्हें छोड़ने के लिए पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि कभी मैं भी क्रिकेट का दीवाना था। मैं भी बिहार और देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहता था। लेकिन उस वक्त बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की मान्यता नहीं थी। इस वजह से मैं जिला स्तर पर क्रिकेट खेलकर रह गया और सफल क्रिकेटर नहीं बन पाया। लेकिन अब लग रहा है कि मेरा सपना मेरे बेटे के जरिए पूरा हो रहा है।

जानकारी के अनुसार इंग्लैंड में यह मैच 24 जून से 23 जुलाई तक खेला जायेगा। इसमें एक 50 ओवर का वार्म अप मैच, पांच एकदिवसीय और दो मल्टी डे मैच होना है। भारतीय अंडर 19 टीम का चयन गुरुवार को जूनियर क्रिकेट कमेटी द्वारा किया गया। इसको लेकर वैभव गुरुवार को पटना एयरपोर्ट से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए। बेंगलुरु में कैंप के बाद वे इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे।

वहीँ टीम इंडिया के अंडर 19 क्रिकेट टीम में प्रदेश के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी का चयन होने पर बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा है कि यह पूरे बिहार के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि बिहार क्रिकेट संघ को उनकी इस उपलब्धि पर गहरी प्रसन्नता और गर्व है।

उन्होंने कहा कि बीसीए उनके क्रिकेटीय सफर में निरंतर सहयोग करता रहेगा। वैभव की मेहनत और समर्पण प्रशंसनीय है, और हमें पूरा विश्वास है कि वे आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएंगे। अभी उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकी है। 2024 में वैभव आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र में खरीदे गए खिलाड़ी बने थे।

