समस्तीपुर सदर अस्पताल से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक मारपीट पीड़ित की इंजरी रिपोर्ट में कथित हेराफेरी किए जाने का आरोप लगा है। इस संबंध में पीड़ित परिवार ने सिविल सर्जन को लिखित शिकायत सौंपी है, जिसके आधार पर सिविल सर्जन ने तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन कर जांच के आदेश दे दिए हैं।

मामला शहर के शेखटोली मोहल्ला वार्ड-22 निवासी मोहम्मद समसुल आलम के पुत्र मोहम्मद मजहर इमाम से जुड़ा है। 12 जुलाई को उनके साथ मारपीट की गई थी, जिसमें उनके सिर पर गहरी चोट आई और एक दांत भी टूट गया था। घटना के दिन डॉक्टर द्वारा सिर पर पांच इंच लंबा घाव और दांत फ्रैक्चर की बात कही गई थी।

पीड़ित के अनुसार, जब पुलिस को भेजी गई इंजरी रिपोर्ट की कॉपी देखी गई तो उसमें पहले चोट को “प्रीवियस” (पूर्व की चोट) बताया गया था, जिसे बाद में काटकर “सिंपल” (साधारण चोट) लिखा गया। इस कथित बदलाव का लाभ आरोपी पक्ष को मिला और उन्हें अदालत से जमानत मिल गई।

मजहर इमाम के माता-पिता – मोहम्मद समसुल आलम और गुलनाज बेगम ने सिविल सर्जन को आवेदन देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि यदि रिपोर्ट में छेड़छाड़ न हुई होती, तो आरोपित जेल से बाहर नहीं निकलते। फिलहाल आरोपी जेल से बाहर आकर पीड़ित परिवार को धमकी दे रहा है।


इस बाबत सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने कहा कि मामला गंभीर है और पीड़ित द्वारा दी गई दोनों रिपोर्टों की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।


