सरकारी अस्पतालों में पारदर्शिता और जवाबदेही की बात अक्सर की जाती है, लेकिन जब जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग ही भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाएं, तो यह सवाल खड़ा करता है कि आम जनता को न्याय और सेवा कैसे मिलेगी।

समस्तीपुर सदर अस्पताल से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने पूरे स्वास्थ्य महकमे को कटघरे में ला खड़ा किया है।

सोमवार की देर शाम समस्तीपुर सदर अस्पताल में उस समय हड़कंप मच गया जब निगरानी विभाग की टीम ने एक हेल्थ मैनेजर को 4000 रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

जानकारी के अनुसार, वेतन जारी करने के नाम पर हर महीने सभी वाहन चालकों से रिश्वत की मांग की जाती थी। इससे परेशान होकर एक चालक ने निगरानी विभाग को इसकी शिकायत की, जिसके बाद यह बड़ी कार्रवाई की गई। इसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए अस्पताल परिसर में ही उसे रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।


गिरफ्तारी के तुरंत बाद हेल्थ मैनेजर को समस्तीपुर से निगरानी विभाग के मुख्यालय ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ जारी है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में और भी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।


