समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के मवेशी अस्पताल के सामने स्थित एक निजी चाइल्ड स्पेशलिस्ट क्लिनिक में इलाज के दौरान बुधवार को डेढ़ वर्षीय बच्ची की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मृतक बच्ची के पिता ने क्लिनिक संचालक डॉक्टर ए.के. साहू समेत उनके अन्य स्टाफ पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दरियापुर नवादा निवासी धर्मेंद्र साह ने बताया कि उन्होंने अपनी डेढ़ वर्षीय पुत्री माही कुमारी को 15 जुलाई को इलाज के लिए साहू चिल्ड्रेन क्लिनिक में भर्ती कराया था।

धर्मेंद्र के अनुसार, इलाज के दौरान डॉक्टर और उनके कर्मी उन्हें यह कहकर आश्वस्त करते रहे कि बच्ची का इलाज सही ढंग से हो रहा है और वह पूरी तरह सुरक्षित है। परिजनों को बच्ची के पास ही रहने को कहा गया।

धर्मेंद्र साह का आरोप है कि डॉक्टर और उनके स्टाफ इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल कर रहे थे। इस बीच 23 जुलाई को करीब 11 बजे क्लिनिक के एक कर्मचारी ने डॉक्टर की सलाह के बिना बच्ची को ओवरडोज दवा दे दी, जिससे बच्ची की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।

आरोप है कि बच्ची की मौत की सूचना भी परिजनों को तुरंत नहीं दी गई। उल्टे लापरवाही छुपाने के लिए डॉक्टर और स्टाफ ने नगर थाने को सूचना दी और परिजनों से गाली-गलौज व मारपीट की कोशिश की। सूचना मिलने पर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया।


इस संबंध में प्रभारी नगर थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने बताया कि मृतक बच्ची के पिता धर्मेंद्र साह के आवेदन पर डॉक्टर ए.के. साहू समेत क्लिनिक स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद से परिजनों में आक्रोश है और इलाके में इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

