Samastipur News : समस्तीपुर में “जल योद्धा” के रूप में प्रसिद्ध भुल्लू सहनी की नदी में डूबने से दुखद मौत हो गयी। उन्होंने अपने इलाके के दर्जनों लोगों की जान बचाई थी। इस घटना के पुरे इलाके में मातम पसरा है। बता दें कि इसी वर्ष फरवरी माह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित एक समारोह में भुल्ला सहनी को वीरता पुरस्कार सह विशिष्ट नागरिक सम्मान से सम्मानित किया था।

मिली जानकारी के अनुसार पटोरी प्रखंड के दुमदुम्मा गांव निवासी नेत्र दिव्यांग भुल्लू सहनीरविवार की शाम अपने घर के समीप ही वाया नदी में डूब गए थे। भुल्ला सहनी नदी में डूबे अपनी नौका निकालने के लिए नदी में उतरे थे, परंतु नदी में अत्यधिक जलकुंभी होने के कारण वे उसमें फंस गए और नदी से बाहर नहीं आ सके।

घटना के बाद जुटे ग्रामीणों ने गोताखोर व तैराकों की मदद से देर शाम तक नदी में भुल्लू सहनी की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद घटना की सुचना पर एसडीआरएफ को दी गयी।


घटना की सुचना पर सोमवार की सुबह पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी में उतरकर भुल्लू सहनी को ढूंढने का प्रयास किया परंतु सफलता नहीं मिली। इस बीच दो दो ड्रोन कैमरों की सहायता ली गई, परंतु उनका यह प्रयास भी असफल रहा।

समाचार लिखे जाने तक भुल्लू सहनी की तलाश जारी थी। हालांकि परिजन व आसपास के लोगों ने अब भुल्लू सहनी के जीवित होने की आस छोड़ चुके हैं। इसको लेकर दिनभर घटनास्थल के आसपास लोगों की भीड़ लगी रही।


बता दें कि जन्म से ही नेत्रहीन भूल्लू सहनी अपनी विशेष कौशल के साथ अपने इलाके क 13 लोगों को डूबने से बचाया और 14 शवों को बाहर निकाला था। उन्होंने यह सब अपने पिता से सिखे तैराकी और मछली पकड़ने की कला की मदद से किया। अपनी बहादुरी और मानवता के कारण वे जल योद्धा के रूप में प्रसिद्द थे।

