Samastipur News : समस्तीपुर में स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएस कार्यालय पर किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन, कहा- मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन समस्तीपुर में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला मंत्री राजीव रंजन ने कहा कि सिविल सर्जन कार्यालय के वरीय लिपिक अभिषेक कुमार का गलत निलंबन अविलंब वापस लिया जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में निलंबन के तीन माह के अंदर निलंबन वापस ले लिया जाता है, लेकिन सिविल सर्जन द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है। इस बैठक की अध्यक्षता चिकित्सा संघ के अध्यक्ष अवलेश कुमारी ने की। इस दौरान उन्होंने नवनियुक्त कर्मचारियों की सरकारी नियमानुसार सेवा संपुष्टि, आशा, ममता एवं कुरियर का बकाया मानदेय अविलंब भुगतान, स्वास्थ्य प्रशिक्षकों से सरकारी दिशा-निर्देश के अनुसार कार्य लेने, कर्मियों के बकाया वेतन, मानदेय व प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने तथा एसीपी व एमएसीपी का लाभ समय पर देने की मांग के साथ संविदा पर बहाल एएनएम को विकल्प के आधार पर पदस्थापित करने समेत अन्य मांगों को पूरा करने की अपील की। साथ ही उन्होंने मांग माने जाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही।
इस अवसर पर महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत झा, राम कुमार झा, चिकित्सा संघ के पूर्व महासचिव अरुण कुमार सिंह, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र पंडित, रामनरेश दास, बिंदु कुमारी सिंह रघुवंश प्रसाद यादव, दीपक कुमार सिंह महेंद्र पंडित, विमलेश कुमार चौधरी, शैलेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार सिंह रामनरेश दास, वरिंद्र कुमार सिंह, राजीव कुमार झा, धर्मेंद्र कुमार सिंह, बिंदु कुमारी सिंह, अवलेश कुमार आशा की जिला मंत्री सुनीता प्रसाद, विभा कुमारी, पूनम कान, अनिता कुमारी, रंजना कुमारी, रेखा कुमारी, रेणु उसाती, समझ, जिला मंत्री दिलीप कुमार आदि उपस्थित थे।
स्वास्थ्य कर्मियों की मुख्य मांगें :
– स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जीपीएफ से ऋण के लिए दिए गए आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यथाशीघ्र ऋण के लिए स्वीकृति आदेश निर्गत करें।
– स्वास्थ्य कर्मियों, आशा, ममता, कुरियर का बकाया वेतन, मानदेय, प्रोत्साहन राशि का प्रत्येक माह की पहली तारीख को अविलंब भुगतान सुनिश्चित करना।
– स्वास्थ्य कर्मियों को एमएसीपी का लाभ समय पर देना।
– लिपिक संवर्ग की वरीयता सूची प्रकाशित करना तथा सिविल सर्जन कार्यालय, एसीएमओ कार्यालय एवं अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में प्रधान लिपिकों को प्राथमिकता के आधार पर पदस्थापित करना।
– सदर अस्पताल में पदस्थापित नवनियुक्त एएनएम सहित जिले में नवनियुक्त ए ग्रेड एएनएम की सेवा पुस्तिका 15 दिनों के अंदर खोलना सुनिश्चित करना।
– कंप्यूटर प्रशिक्षण के नाम पर महिला कर्मियों की दो वर्षों से वेतन वृद्धि रोकना तथा अविलंब वार्षिक वेतन वृद्धि पर जोर देकर वेतन भुगतान करना।