समस्तीपुर में पिछले एक साल से वेतन न मिलने से परेशान दैनिक वेतन भोगी वनकर्मी आंदोलन की तैयारी में हैं। रविवार को दैनिक वेतन भोगी वनकर्मी संघ के बैनर तले इन कर्मचारियों ने शहर में आक्रोश मार्च निकाला। संघ के वरीय नेता महेश कुमार रघुनाथ ठाकुर के नेतृत्व में वनकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर वेतन से संबंधित समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे अनशन करने पर मजबूर होंगे।
वनकर्मियों ने बताया कि उन्हें लगभग 20 साल पहले वनों की रक्षा और देखभाल के लिए नियुक्त किया गया था। जिले में करीब 200 से अधिक वनकर्मी हैं, लेकिन उन्हें पिछले एक साल से वेतन नहीं मिला है। 24 अप्रैल से उनकी सेवा भी समाप्त कर दी गई, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है। अब उनकी उम्र ऐसी हो चुकी है कि कोई दूसरा काम भी नहीं मिल सकता। कर्मियों ने जिला प्रशासन से जल्द समाधान की मांग की है, नहीं तो वे अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।
वनकर्मियों ने कहा कि वे पिछले 20 सालों से वन विभाग में सेवा दे रहे थे और उन्हें 10 हजार रुपये प्रति माह की दर से वेतन मिलता था। लेकिन अप्रैल 2023 से अप्रैल 2024 तक उन्हें एक भी पैसे का भुगतान नहीं हुआ। अधिकारियों ने 24 अप्रैल से इनसे काम लेना भी बंद कर दिया।
जब वेतन के लिए अधिकारियों के पास जाते हैं, तो उन्हें फंड की कमी का हवाला दिया जाता है। फंड आने पर ही भुगतान की बात कही जाती है, लेकिन उच्च अधिकारियों से भी कोई सकारात्मक सहयोग नहीं मिल रहा है। अब इनके सामने अनशन ही एकमात्र उपाय बचा है। प्रतिरोध मार्च में शामिल प्रमुख लोग रघुनाथ ठाकुर, महेश कुमार राय, झटनु राय, नवल किशोर ठाकुर, नरेश राय, उमेश राय आदि थे।