समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर प्रखंड में सोमवार को एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। मृतका की पहचान पतैलिया गांव निवासी 20 वर्षीय मधुबाला कुमारी के रूप में हुई है।

ऑपरेशन के बाद बिगड़ी हालत
मृतका के भाई राजीव कुमार ने बताया कि करीब एक सप्ताह पहले उसकी बहन को प्रसव के लिए पटेल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। भर्ती के दौरान डॉक्टर ने ऑपरेशन से डिलीवरी की। परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन के बाद ही मरीज की स्थिति सामान्य नहीं थी। अधिक रक्तस्राव (ब्लीडिंग) होने के कारण मधुबाला को अस्पताल में ही रखा गया।

सोमवार को डॉक्टरों ने मरीज को ब्लड चढ़ाया। इसके बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों का आरोप है कि बिना किसी सूचना और उचित इलाज किए अस्पताल प्रशासन ने मरीज को बेगूसराय भेज दिया। वहां उसकी मौत हो गई। परिजन जब शव लेकर बेगूसराय से वापस विभूतिपुर पहुंचे तो ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और लोगों ने अस्पताल परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया।

डॉक्टर ने क्या कहा?
वहीं, पटेल नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर वीरेंद्र ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि मरीज पूरी तरह से स्वस्थ थी। सोमवार तक वह बिना किसी सहारे के खुद चल-फिर रही थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टर का कहना है कि मरीज को बेगूसराय अस्पताल ले जाने का निर्णय परिजनों ने ही लिया था और वहीं उसकी मौत हुई है।

परिजनों का आरोप – “लापरवाही से गई जान”
मृतका के भाई राजीव कुमार ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही और समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से उसकी बहन की जान चली गई। उन्होंने कहा कि ब्लीडिंग के समय अस्पताल प्रबंधन ने कोई गंभीर कदम नहीं उठाया और समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिना अनुमति परिजनों को बताए मरीज को बेगूसराय भेज दिया गया।


पुलिस की छानबीन जारी
घटना की जानकारी मिलते ही रोसड़ा डीएसपी संजय कुमार सिन्हा ने पुलिस टीम को मौके पर भेजा। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। डीएसपी ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। अभी तक अस्पताल या डॉक्टर के खिलाफ कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। शिकायत मिलने के बाद विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

