समस्तीपुर में रेल विस्तार मंच की ओर से शुक्रवार को शहर के विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया। इसमें रेल कारखाना में पीओपी (पुराने डब्बों को नया बनाने का काम) शुरू करने, भोला टाकीज व मुक्तापुर गुमटी पर ओवरब्रिज निर्माण कार्य प्रारंभ करने, कर्पूरीग्राम–ताजपुर–महुआ–भगवानपुर तथा केबल स्थान–कर्पूरीग्राम नई रेल लाइन योजना को मंजूरी देने जैसी प्रमुख मांगें उठाई गईं।
इसके साथ ही रेल अस्पताल को केंद्रीय अस्पताल का दर्जा देने, माधुरी चौक स्थित चिल्ड्रन पार्क का जीर्णोद्धार करने सहित कई स्थानीय मुद्दों पर भी आवाज बुलंद की गई।

नुक्कड़ सभाएँ सर्किट हाउस, भोला टाकीज, मुक्तापुर रेल गुमटी, बाजार समिति चौक, चीनी मील चौक और स्टेडियम गोलंबर पर की गईं। इस दौरान संयोजक शत्रुघ्न राय पंजी, भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह, जीबछ पासवान, जीतेंद्र कुशवाहा, राजद के राम विनोद पासवान, राकेश ठाकुर, कांग्रेस के विश्वनाथ सिंह हजारी व मो. शाद अहमद आदि मौजूद रहे।
“जुट मिल अंतिम सांस गिन रहा”
सभा को संबोधित करते हुए संयोजक शत्रुघ्न राय पंजी ने कहा कि चुप्पे और स्वार्थी जनप्रतिनिधियों के कारण चीनी मिल, पेपर मिल जैसी औद्योगिक इकाइयाँ बंद हो गईं और जुट मिल भी अंतिम सांस गिन रहा है। कोई नया उद्योग-धंधा स्थापित नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के जमाने का रेल कारखाना समस्तीपुर की पहचान है। लंबे संघर्ष के बाद 2012 में रेल मंत्रालय ने यहाँ रेलवे वर्कशॉप में माल डिब्बा के पीओएच कार्य का प्रस्ताव भेजा। 2014-15 में इसकी स्वीकृति मिली और 2016-17 के बजट में इसके लिए 63.82 करोड़ रुपए आवंटित भी किए गए। 2019-20 में आंशिक राशि की निकासी हुई, लेकिन जगह की कमी का बहाना बनाकर कार्य प्रारंभ नहीं किया गया।
क्षेत्रीय रेल महाप्रबंधक हाजीपुर द्वारा गठित जांच समिति ने भी पीओएच कार्य शुरू करने की अनुशंसा की थी। इसके बावजूद अब तक निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। इसी को लेकर 22 सितंबर से रेल कारखाना पर भूख हड़ताल आंदोलन की तैयारी की गई है।


