“मेरा बेटा अपनी 15 साल की बेटी, अपने साढ़ू और उसके परिवार के साथ जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर दर्शन के लिए गया था। दो दिन से जम्मू में थे। 26 अगस्त को लैंडस्लाइड की खबरें आईं। 27 अगस्त को सोशल मीडिया पर अपनी पोती की तस्वीर देखी। 28 अगस्त को पुष्टि हुई कि वह अब इस दुनिया में नहीं रही।”
– चंद्रदीप राय (65), निवासी झहुरी गांव, कल्याणपुर![]()
दरअसल, जम्मू में वैष्णो देवी के रास्ते अर्धकुमारी के पास हुए भूस्खलन में 35 लोगों की मौत हो गई। इनमें समस्तीपुर के भी 5 लोग शामिल हैं।

मृतकों में शामिल:
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अजय कुमार (45) – पुत्र प्रदीप मंडल, निवासी सोरमार पंचायत, रामपारन
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राजा कुमार (32) – अजय के छोटे भाई
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पिंकी देवी (28) – राजा की पत्नी
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दीपांशी (7) – राजा-पिंकी की बेटी
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तन्नू (15) – मनोहर राय की बेटी, निवासी गोपालपुर पंचायत
वहीं, राजा का 2 साल का बेटा प्रियांश गंभीर रूप से घायल है।
गाजियाबाद से निकले थे दर्शन को
मृतकों का परिवार पिछले कई वर्षों से गाजियाबाद में रह रहा था। मनोहर राय प्राइवेट जॉब करते हैं। उन्होंने अगस्त में परिवार और रिश्तेदारों संग माता वैष्णो देवी के दर्शन की योजना बनाई थी।
24 अगस्त को सभी लोग गाजियाबाद से रवाना हुए। दर्शन के बाद लौटते समय यह भीषण हादसा हो गया। पांचों शव जम्मू से गाजियाबाद लाए गए, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।

“पोती से आखिरी बार फोन पर बात हुई थी”
चंद्रदीप राय ने बताया,
“20 अगस्त को बेटे ने फोन कर यात्रा की सूचना दी थी। पोती मुझे भी बुला रही थी, पर तबीयत खराब होने के कारण मैं नहीं गया। क्या पता था कि यह मेरी उससे आखिरी बातचीत होगी।”

