समस्तीपुर के वीमेंस कॉलेज की शिक्षक और छात्राओं ने शुक्रवार को शहर में एक प्रतिरोध मार्च का आयोजन किया। कोलकाता में एक ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में यह मार्च निकाला गया। इस मार्च का नेतृत्व कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर सुनीता सिन्हा ने किया। शिक्षक और छात्राओं ने मांग की कि इस अपराध में शामिल दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन्हें फांसी की सजा दी जाए।

महाविद्यालय की शिक्षिकाओं और छात्राओं ने महाविद्यालय के गेट से होते हुए थानेश्वर मंदिर, स्टेडियम मार्केट गोलंबर तक मार्च किया और वापस महाविद्यालय पहुंची। इस मौके पर प्राचार्या सुनीता सिन्हा ने कहा कि कोलकाता की घटना ने यह साफ कर दिया है कि सार्वजनिक और निजी स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा अभी भी गंभीर चिंता का विषय है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कानून, बेहतर पुलिसिंग और जागरूकता अभियान जैसे कदम उठाने की जरूरत है।

महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समाज की जिम्मेदारी को रेखांकित करने के लिए यह मार्च निकाला गया। बड़ी संख्या में छात्राओं ने इस प्रतिरोध मार्च में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज, प्रशासन और न्यायपालिका को शांतिपूर्ण तरीके से जागरूक करना था ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। ऐसी घटनाएं समाज के लिए कलंक साबित होती हैं।


इस अवसर पर कॉलेज के शिक्षक प्रोफेसर डॉक्टर अरुण कुमार कर्ण, डॉक्टर सोनी सलोनी, डॉक्टर नीतिका सिंह, डॉक्टर मधुलिका मिश्रा, डॉक्टर नेहा कुमारी जायसवाल, डॉक्टर सुरेश साह, डॉक्टर कुमारी अनु, डॉक्टर पूनम कुमारी, डॉक्टर सुमन कुमारी और अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।



