समस्तीपुर जिले के 394 डाकघरों में अब रजिस्ट्री पोस्ट सेवा बंद कर दी जाएगी। रजिस्ट्री पोस्ट को स्पीड पोस्ट में मर्ज करने का निर्णय डाक विभाग ने लिया है। यह नई व्यवस्था 1 सितंबर से लागू होगी।

इस सुविधा की शुरुआत जिले के प्रधान डाकघर, 42 उप डाकघर और 351 शाखा डाकघरों में एक साथ होगी। डाक विभाग का मानना है कि इस कदम से सेवाएं पहले से तेज़, सुविधाजनक और आधुनिक बनेंगी।

क्यों बंद हुई रजिस्टर्ड पोस्ट?
रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा की शुरुआत 1854 में हुई थी। इसके जरिए ग्राहक को रिसीवर के हस्ताक्षर और डिलीवरी का प्रमाण मिलता था। लेकिन इसकी सबसे बड़ी कमी थी धीमी डिलीवरी, क्योंकि पत्र सड़क और रेल मार्ग से भेजे जाते थे।

अब इसे स्पीड पोस्ट में मर्ज कर दिया गया है, जिसके तहत पत्र हवाई मार्ग से भेजे जाएंगे और डिलीवरी पहले से तेज होगी। ग्राहकों को वही सभी सुविधाएं मिलेंगी, जैसे डिलीवरी का सबूत और रिसीवर की पुष्टि।

क्या अंतर होगा?
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रजिस्टर्ड पोस्ट: केवल नामित व्यक्ति को ही सौंपा जाता था।
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स्पीड पोस्ट: तेज डिलीवरी, पत्र पते पर मौजूद किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है।
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नई सेवा (रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट): इसमें स्पीड पोस्ट की तेजी और रजिस्ट्री पोस्ट की सुरक्षा दोनों सुविधाएं शामिल होंगी।
शुल्क
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50 ग्राम तक, 200 किमी से अधिक दूरी: 35 रुपये
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200 ग्राम तक: 40 से 70 रुपये (दूरी के अनुसार)
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201–500 ग्राम तक: 50 से 90 रुपये
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हर अतिरिक्त 500 ग्राम पर: 15 से 50 रुपये अतिरिक्त
डाक विभाग का बयान
डाक अधीक्षक दिनेश साह ने बताया कि एक सितंबर से सभी रजिस्टर्ड पत्र अब “रजिस्टर्ड स्पीड पोस्ट” के नाम से उपलब्ध होंगे। इससे कानूनी नोटिस, कोर्ट समन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज पहले से तेज और सुरक्षित तरीके से पहुंचाए जा सकेंगे।

