बिहार में SIR के मुद्दे पर सियासत चरम पर है। इस मुद्दे को लेकर तेजस्वी यादव लगातार चुनाव आयोग और सरकार पर हमला कर रहे हैं। वहीं 17 अगस्त को राहुल गांधी भी ‘वोट अधिकार यात्रा’ करने बिहार आ रहे हैं। इस पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दोनों नेताओं पर हमला बोला है।

उन्होंने X पर लिखा कि तेजस्वी यादव जी आपसे विनम्र अनुरोध है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार के लोगों को गुमराह करने की आप कोशिश ना करें। बिहार की जनता आपकी हकीकत को भली भांति जानती भी है और समझती भी है।

आप जिस लोकतंत्र की बात करते हैं इसका गवाह बिहार के 13 करोड लोग हैं। लालू यादव जी ने किस तरह लोकतंत्र के नाम पर, चुनाव के नाम पर मत पेटियों को लूटवाने का काम करते थे, वह पूरा बिहार जानता है और देश जानता है।

तेजस्वी यादव जी राजद के शासनकाल में आपके पूज्य पिताजी जी ने गुंडाराज के जरिए लोकतंत्र को बंधक बना लिया था, गिरवी रख लिया था। बूथ कब्जा करने की जिस संस्कृति को आप लोगो ने शिष्टाचार बनाकर 15 साल तक सत्ता हासिल की उस लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी जरा रोशनी डालने की कोशिश कीजिए।

बिहार के लोग आज भी कांप जाते हैं इस बात की कल्पना करके जो दौर लोगो ने 1990 से 2005 के बीच राष्ट्रीय जनता दल के शासनकाल में देखा है कि किस तरह से सत्ता का खुले तौर पर उल्लंघन, अपराधियों के साथ आपकी प्रशासन व्यवस्था खड़ी होती थी।

किस तरह से लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का चीर हरण होता था, उससे पूरा बिहार परिचित है। आप बिहार के लोगों को गुमराह करने की जो कोशिश कर रहे हैं, उसमें आपको कामयाबी नहीं मिलेगी क्योंकि आपके हकीकत को पूरा बिहार बेहतर तरीके से समझ भी रहा है और देख भी रहा है।
आप राहुल गांधी जी के साथ ‘वोट अधिकार यात्रा’ निकालिए लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है, लेकिन मैं राहुल गांधी जी से पूरा देश जानना चाहता है कि कृपया करके यह बताएं कि 1951 -52 यानी देश में जो पहला चुनाव हुआ था।
उस समय से लेकर कांग्रेस के शासनकाल में जो भी चुनाव हुए हैं, उसमें किस तरह से धांधली हुई है किस तरह से वोट चोरी हुई है उसके बारे में भी वोट अधिकार यात्रा के दौरान जरूर बताएं।
वह यह भी बताने की कृपा करें कि किस तरह से 1951-52 में देश के संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के चुनाव में गड़बड़ी की गई और यह काम कांग्रेस की सरकार ने किया इसके बारे में भी देश के लोगों को बताएं।
राहुल गांधी जी मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि आपकी पार्टी कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में बिहार में कभी भी गरीबों को, पिछड़ों को , वंचितों को वोट के अधिकार से हमेशा दूर रखा गया था क्यों? इसका जवाब बिहार की जनता को ‘वोट अधिकार यात्रा’ के जरिए जरूर दें।
मैं राहुल गांधी और तेजस्वी जी से पूछना चाहता हूं की क्या विदेशी घुसपैठियों को, रोहिंग्या बांग्लादेशी को देश के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने का अधिकार है?
अगर शामिल होने का अधिकार है तो इसका जवाब दें कि क्यों और किस लिए? SIR के माध्यम से विदेशी घुसपैठियों के वोट को काटा जा रहा है तो इसका विरोध क्यों?

बिहार के 13 करोड़ जनता और देश के 140 करोड़ नागरिक इसका जवाब चाहते हैं। INDI गठबंधन के लोग लोगों को गुमराह करने की बजाय हकीकत का जवाब दे।

