बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन ने स्वतंत्रता सेनानी सूरज नारायण सिंह को याद करते हुए उन्हें बिहार का भगत सिंह बताया। उन्होंने आगामी 21 अप्रैल को दरभंगा में होने वाले बलिदान दिवस कार्यक्रम की सफलता के लिए लोगों से बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आमंत्रित किया जाएगा, जहां सूरज बाबू के अधूरे सपनों को पूरा करने पर चर्चा होगी।

आनंद मोहन दरभंगा में कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के बाद मंगलवार को समस्तीपुर पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सूरज बाबू ने बिहार और मिथिलांचल के लिए अतुलनीय योगदान दिया है। उन्होंने लोगों से भावनात्मक रूप से इस कार्यक्रम से जुड़ने का आग्रह किया।

आनंद मोहन ने बताया कि सूरज बाबू एक जमींदार परिवार में जन्मे होने के बावजूद क्रांतिकारी थे। नेपाल में जेल ब्रेक कर उन्होंने जयप्रकाश नारायण समिति के कई स्वतंत्रता सेनानियों को रिहा कराया था। कार्यक्रम में सूरज बाबू के अधूरे सपनों को पूरा करने की रणनीति पर मंथन होगा।


पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हालिया व्यवहार को लेकर पूछे गए सवाल पर आनंद मोहन ने इसे महज राजनीतिक स्टंट बताया। उन्होंने कहा कि यदि कुछ भी असामान्य होता, तो सभी दल उन्हें अपनी ओर लाने के लिए इतने उत्सुक न होते।

आनंद मोहन ने कहा कि 16 वर्षों तक जेल में रहने के बावजूद उन्होंने अपने विचारों को जीवित रखा। इस दौरान लगातार जन आंदोलनों के माध्यम से जनता से जुड़े रहे। उन्होंने जनता के समर्थन के लिए आभार जताया।इस मौके पर जिला परिषद के उपाध्यक्ष ठाकुर उदय शंकर सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, जिला परिषद सदस्य अरुण कुमार और सुमित समेत बड़ी संख्या में आनंद मोहन के समर्थक मौजूद थे।