Samastipur News : समस्तीपुर में कोर्ट ने आदेश की अवहेलना को लेकर दो पुलिस अफसरों पर सख्त कार्रवाई हुई। शुक्रवार को परिवार न्यायालय में केस के आरोपी को उपस्थित नहीं करने को लेकर कोर्ट ने दोनों पुलिस पदाधिकारी को जमकर फटकार लगायी और घंटों हिरासत में रखा। बाद में दोनों पुलिस पदाधिकारी से बॉन्ड लेने के बाद छोड़ा गया। वहीं कोर्ट द्वारा दो वरीय पुलिस पदाधिकारी को डिटेन किए जाने की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में फैमिली कोर्ट के बाहर वकील और लोगों की भीड़ जुट गई। इस दौरान लोग यह जानने को बेताब दिखे कि कोर्ट दोनों को जेल भेजेगा की नहीं।

मिली जानकारी के अनुसार वारिसनगर थाना क्षेत्र के सतमलपुर की रहने वाली नौसर बीवी की मुफस्सिल थाने के मोहनपुर के मोहम्मद सोनू से शादी हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही दोनों में अनबन हो गई और दोनों अलग-अलग रहने लगे। जिसके बाद नौसर बीवी ने साल 2017 में फैमिली कोर्ट में परिवार वाद दायर किया। इस मामले में लंबे दिनों तक फरार रहने के बाद मोहम्मद सोनू की गिरफ्तारी हुई। जिसके बाद उसने कोर्ट में अपनी पत्नी नौसर बीवी को साथ रहने और पूरा मेंटेनेंस करने की बात कही। जिसके बाद उसे बेल मिली। लेकिन जेल से निकलते ही वह अपनी बात से फिर गया।
वह न तो नौसर बीवी को साथ रखना चाहता था, न ही खर्चा ही दे रहा था।

जिसके बाद नौसर बीवी फैमिली फिर कोर्ट से गुहार लगायी। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी को ₹5000 महीना उसे मेंटेनेंस के रूप में देने का आदेश जारी किया। इसके बाद भी वह राशि नहीं दे रहा था। इसके बाद महिला की शिकायत फैमिली कोर्ट ने मुफस्सिल पुलिस को मोहम्मद सोनू को उपस्थित करने के लिए वारंट भेजा। लेकिन वारंट पर अम्ल नहीं हो पाया। इस मामले में कोर्ट ने तत्कालीन थाना अध्यक्ष पिंकी प्रसाद को समन भी किया। लेकिन समन का भी जवाब नहीं दिया गया।

कोर्ट ने डीएसपी को भी भेजा नोटिस : जिसके बाद में कोर्ट ने इस मामले में सदर डीएसपी को नोटिस भेजा। लेकिन उनकी ओर से भी कोई जवाब नहीं मिल पाया। इसके बाद कोर्ट ने दोनों पदाधिकारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। वारंट जारी होने के बाद आज दोनों पुलिस पदाधिकारी मोहम्मद सोनू के साथ फैमिली कोर्ट पहुंचे।

लेकिन कोर्ट की अवहेलना से नाराज न्यायाधीश ने दोनों पुलिस पदाधिकारी को जेल भेजने की बात कही। इस खबर से कोर्ट कैंपस में सनसनी फैली गयी। बड़ी संख्या में वकील और आम लोगों की भीड़ फैमिली कोर्ट के बाहर इकट्ठा हो गई। लोग तरह-तरह की बातें भी करने लगे।


पीड़ित महिला के वकील प्रणव कुमार ने बताया कि सम्मन और नोटिस के बावजूद ना आरोपी मोहम्मद सोनू को पुलिस उपस्थित कर रही थी। ना ही दोनों पुलिस पदाधिकारी कोर्ट के सामने उपस्थित हो रहे थे। आज जैसे ही दोनों पदाधिकारी कोर्ट के सामने आए। जज ने उन्हें जेल भेजने की बात कही। हालांकि इस दौरान आरोपी मोहम्मद सोनू ने पीड़ित महिला के सभी बकाया 120000 रुपए तत्काल कोर्ट में जमा भी कर दिए। जिसके सभी को बांड पर छोड़ा गया है।

