Gang Rape : बिहार के दरभंगा में एक नाबालिग ने गैंगरेप के बाद फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। लड़की का शव घर में फंदे से लटकी मिली है। जानकारी के अनुसार 4 महीने पहले होली के दिन गांव के 10 लड़कों ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में वह पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थी। पुलिस ने अभी तक मात्र 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लोगों के ताने और पुलिस की कार्रवाई से परेशान होकर लड़की ने जान दे दी।

इस मामले में बहेड़ा थाना अध्यक्ष हरिद्वार शर्मा ने बताया कि – ‘जांच के लिए FSL टीम को बुलाया गया है। किस परिस्थिति में लड़की ने खुदकुशी की है, इसकी जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।’

25 मार्च को पीड़िता की मां ने 10 लोगों पर कराया था एफआईआर :
इस मामले में 25 मार्च को पीड़िता की मां ने गांव के ही चौकीदार के बेटे सहित 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। दर्ज एफआईआर के मुताबिक 15 मार्च की देर शाम बेटी शौच के लिए निकली थी। रास्ते में दुर्गेश पासवान मिला, जो उसे बहला कर धोबीयाही गाछी ले गया।

जहां पहले से ही सुमित पासवान, दिलखुश पासवान, सचित पासवान, अमित पासवान, अंकुश पासवान, सुजीत पासवान, विशाल पासवान, राघव पासवान और अंकित पासवान मौजूद थे। सभी नशे में थे। सभी ने बारी-बारी से नाबालिग के साथ रेप किया।

जानकारी के अनुसार वारदात के दौरान जब पीड़िता बेहोश हो गई तो आरोपियों ने उसे जख्मी हालत में छोड़ दिया और भाग निकले।

पीड़िता बेहोश हुई तो भाग निकले आरोपी :
पीड़िता की मां के मुताबिक देर शाम तक जब बेटी घर नहीं लौटी तो खोजबीन शुरू की। बच्ची पासवान टोला के पास बेहोश मिली। घर लाने के बाद होश में आई तो पूरी घटना की जानकारी दी। लोकलाज के कारण पहले चुप्पी साधी, लेकिन बात फैलने पर केस दर्ज कराया।
लड़की बिना कपड़ों के मिली थी, वो डरी हुई थी :
वारदात के बाद लड़की को देखने वाले शख्स ने बताया कि – ’15 मार्च को रात 9 बजे जबरन कुछ लड़के उसे उठाकर लेकर आए। यहां पहले से कुछ लड़के मौजूद थे। सभी ने उसके साथ रेप किया। हमें लड़की बिना कपड़ों के मिली थी। वह काफी डरी हुई थी।’
‘हमने उसे कुछ कपड़े दिए और पता पूछकर घर पहुंचाया। आरोपी धमकी दे रहे हैं कि किसी से कुछ कहा तो अंजाम बुरा होगा। लड़की के पिता बाहर नौकरी करते हैं। परिवार डरा था, इसलिए 10 दिन बाद केस दर्ज कराया गया है।’
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने घटना का वीडियो बना लिया था। वीडियो कॉल कर के वायरल करने की धमकी दे रहे थे।

पीड़िता की मां ने कहा कि आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया था और उसे वायरल करने की धमकी दी थी। इसी डर से मैं पुलिस के पास नहीं जा रही थी, लेकिन जब गांव में चर्चा होने लगी, तो गांव के कुछ लोगों ने हिम्मत दी, जिसके बाद हम लोग पुलिस के पास गए।

