Bihar News : बिहार के पर्यटन मंत्री राजू सिंह ने शराबबंदी नीति पर रियायत देने की बात कही है। रविवार को पटना के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने माना कि शराबबंदी का असर होटल और फिल्म उद्योग पर पड़ रहा है।

राजू सिंह ने साफ तौर पर कहा, ‘इस नीति के कारण होटल और फिल्म उद्योग, दोनों ही क्षेत्रों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, सरकार इन समस्याओं को गंभीरता से ले रही है।’ इसके अलावा राजू सिंह ने बताया कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चर्चा करेंगे। होटल और फिल्म उद्योग को हो रही परेशानियों का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।

वहीं राजू सिंह के बयान पर आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये लोग शराबबंदी अभियान को फेल करने की कोशिश में लग गए हैं। यह बिल्कुल भी सही नहीं है। यह उनकी अपनी शपथ से मुकरने की सोच का स्पष्ट प्रमाण है। आरजेडी प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘सब जानते हैं कि बिहार में 30 जनवरी 2016 को महागठबंधन सरकार के दौरान शराबबंदी लागू की गई थी। इसके लिए मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसमें रिकॉर्ड तोड़ संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।

दुर्भाग्य की बात है कि जिन लोगों ने उस समय शपथ ली थी कि न शराब पीएंगे और न ही दूसरों को पीने देंगे, वही लोग कहीं न कहीं शराबबंदी अभियान को विफल करने में लगे हैं। ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल ने नीतीश सरकार से पूछा है कि नीतीश सरकार के मंत्री की ओर से दोहरी नीति और दोहरी सोच क्यों सामने आ रही है? क्या सीएम नीतीश कुमार भी राजू सिंह के बयान से सहमत हैं?

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में शराबबंदी के लिए सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने अभियान चलाया था। उन्होंने नारा दिया था कि हमें शराब नहीं किताबें चाहिए, हमें नाई की दुकान नहीं पुस्तकालय चाहिए। इसी अभियान में तेजस्वी ने संकल्प लिया था कि हमारी सरकार बनने पर बिहार में शराबबंदी पूरी तरह लागू होगी।


जबकि इससे पहले वर्ष 2005 से 2015 के बीच भाजपा और जदयू ने मिलकर हर गांव और पंचायत में शराब की दुकानें खोली थीं। नई शराब प्रोत्साहन नीति के जरिए इसे कमाई का जरिया बना लिया गया था। भाजपा नेताओं ने बिहार में महागठबंधन सरकार के ऐतिहासिक काम को कमजोर करने की मुहिम शुरू कर दी है। इससे साफ है कि शराबबंदी अभियान उन्हें हजम नहीं हो रहा है।

