BPSC 71वीं संयुक्त प्रतियोगिता प्रारंभिक (PT) परीक्षा एक घंटे में शुरू होगी। 37 जिलों के 912 सेंटर्स पर अभ्यर्थियों की एंट्री बंद कर दी गई है। सेंटर्स के गेट बंद हो गए हैं।
सुबह साढ़े 9 बजे से छात्रों की एंट्री शुरू हुई, इस दौरान पटना में जूता-मोजा, बेल्ट उतरवाकर छात्रों के चेकिंग की गई। बैग और बाकी सामान बाहर रखवाए गए। पूर्णिया में जूते-मोजे सेंटर के बाहर खुलवा दिए गए।

इधर, नालंदा में चेकिंग के दौरान छात्रा की घड़ी उतरवाई गई। वहीं 11 बजे तक ही मिलने वाली एंट्री को लेकर औरंगाबाद में सेंटर पर माइक से अनाउंसमेंट की गई।
कैंडिडेट्स को केवल 2 एडमिट कार्ड, पेन और एक आई प्रूफ के साथ एंट्री मिली है। पानी के बोतल का रैपर हटाकर सेंटर में ले जाने दिया गया है।
इस परीक्षा में 4 लाख 70 हजार 528 अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। इसमें 1298 पदों पर बहाली होगी।
दोपहर 12 से 2 बजे तक परीक्षा होगी। गया में पितृपक्ष मेला होने की वजह से इस बार यहां एग्जामिनेशन सेंटर नहीं बनाए गए हैं।
पटना में 70 एग्जाम सेंटर
पटना में 70 परीक्षा केंद्रों पर 50,244 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। एग्जाम खत्म होने के बाद ही उम्मीदवारों को रूम और परिसर छोड़ने की अनुमति होगी।
पटना में 95 स्टेटिक दंडाधिकारी-सह-प्रेक्षक, 37 जोनल दंडाधिकारी और 16 दंडाधिकारी जिला नियंत्रण कक्ष में तैनात किए गए हैं। परीक्षा की निगरानी के लिए पुलिस बल और दंडाधिकारी केंद्रों पर मौजूद हैं।
आयोग ने परीक्षा को पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और कदाचारमुक्त बनाने के लिए सख्त इंतजाम किए हैं।
अफवाह फैलाने वाले 3 साल के लिए बैन होंगे
BPSC ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि सेंटर में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर, ब्लूटूथ, वाई-फाई गैजेट, स्मार्ट वॉच, इलेक्ट्रॉनिक पेन समेत किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं लाने हैं। अगर कोई उम्मीदवार इन सामग्रियों के साथ पकड़ा जाता है, तो इसे कदाचार माना जाएगा।
अफवाह फैलाने वालों को 3 साल तक परीक्षा देने से वंचित किया जाएगा। इसके अलावा बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) अधिनियम, 2024 के तहत उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी।


