बिहार के समस्तीपुर जिले में राज्य के पहले एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से पटना और दरभंगा के बीच की दूरी में कमी आएगी और इस क्षेत्र में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। निर्माण के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से समस्तीपुर के 28 गांवों को भी फायदा मिलेगा, जिससे उनकी कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे बिहार के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। औरंगाबाद से दरभंगा तक फैले इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण भारत माला प्रोजेक्ट के तहत हो रहा है। इस परियोजना के चार पैकेजों में से तीसरे पैकेज के अंतर्गत वैशाली से समस्तीपुर और चौथे पैकेज के तहत समस्तीपुर से दरभंगा तक का काम जारी है।
यह सड़क समस्तीपुर जिले के 28 गांवों से गुजरते हुए पटना, दरभंगा, गया, जहानाबाद और औरंगाबाद जिलों को जोड़ती है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से समस्तीपुर से पटना की दूरी 100 किलोमीटर से घटकर 65 किलोमीटर रह जाएगी, और दरभंगा हवाई अड्डे तक की दूरी मात्र 35 किलोमीटर हो जाएगी।
फिलहाल, पातेपुर वैशाली के पास यह सड़क समस्तीपुर के मोरवा प्रखंड में प्रवेश करती हुई ताजपुर, मुजौना, गुरुआरा, बूढी गंडक नदी को पार करते हुए दरभंगा जिले में प्रवेश करेगी। इस समय ताजपुर से गरुआरा तक सड़क के निर्माण के लिए मिट्टी डालने और जल निकासी के लिए पुल बनाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।