बारिश नहीं होने से सूखे के कगार पर खड़े बिहार में एक बार फिर से मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं। शुक्रवार को मानसून दोबारा सक्रिय हो गया और बारिश से लोगों को राहत मिली। पटना समेत कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। यह सिलसिला एक सप्ताह तक चलने के आसार हैं। बिहार के लगभग सभी जिलों में बारिश की संभावना मौसम विभाग की ओर से जताई गयी है। वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने 17 जिलों में 36 घंटे के लिए तेज हवा के साथ भारी बारिश का रेड अलर्ट और छह जिलों के लिए फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की है।
मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के बाद आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यह अलर्ट जारी किया है। इन जिलों के पदाधिकारियों को आपात स्थिति के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि संबंधित जिलों में आमजनों और सभी एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।
मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को जारी चेतावनी में अगले 36 घंटे के लिए औरंगाबाद, बांका, भागलपुर, गया, जमुई, कटिहार, मुंगेर, नवादा, रोहतास में भारी जबकि अरवल, बेगूसराय, जहानाबाद, खगड़िया, लखीसराय, कैमूर, नालंदा एवं शेखपुरा में तेज बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। बांका, जमुई, भागलपुर, खगड़िया, सहरसा एवं मधेपुरा में फ्लैश फ्लड की चेतावनी है।
इस बीच शुक्रवार की शाम में पटना, मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में तेज हवा के साथ जोरदार बारिश हुई। हालांकि यह ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी लेकिन इसी वजह से बिजली की सप्लाई प्रभावित हो गई। पटना शहर की बिजली आपूर्ति शुक्रवार शाम आंधी और पानी से चरमरा गई। पेड़ और डाली के अलावा बैनर-पोस्टर तार पर गिरने से दर्जनों स्थानों 33 और 11 केवीए के फीडर ब्रेकडाउन कर गए। खगौल के बहादुरपुर में बिजली तार पर पेड़ गिरने से पोल-तार क्षतिग्रस्त हो गये। ट्रिपिंग, फ्यूजकॉल और बिजली कटौती से लोग परेशान रहे।
अचानक बाढ़ की स्थित को कहा फ्लैश फ्लड कहा जाता है। मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि राज्य के 17 जिलों में तेज हवा के साथ भारी बारिश होगी। इनमें से छह जिलों पर फ्लड फ्लैश का खतरा मंडरा रहा है।