Bihar News : पटना में गोपाल खेमका हत्याकांड ने एक बार फिर बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर बहस तेज कर दी है। इस घटना के बाद राज्य के व्यवसायियों में दहशत का माहौल है। शनिवार को सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद डीजीपी विनय कुमार ने राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट आदेश जारी किया है कि प्रमुख व्यवसायियों की सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए और हर जिले में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जानी चाहिए।

मुख्यालय स्तर से होगी निगरानी, एसआईटी को सौंपी गई जांच पटना में गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच अब विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दी गई है, जिसकी निगरानी पुलिस मुख्यालय स्तर से की जाएगी। जांच में तेजी लाते हुए किसी तरह की तकनीकी या साक्ष्य संबंधी चूक न हो, इसके लिए यह कदम उठाया गया है।

पुलिस मुख्यालय ने निर्देश दिया है कि मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जाए। एसटीएफ को किया गया अलर्ट, हत्यारों की तलाश तेज डीजीपी ने एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) को भी अलर्ट कर दिया है। उन्हें तकनीकी निगरानी, सीसीटीवी फुटेज और खुफिया सूचनाओं के आधार पर जल्द से जल्द अपराधियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, हत्या के पीछे किसी पेशेवर आपराधिक गिरोह का हाथ होने की आशंका है।

व्यवसायिक संगठनों में आक्रोश, सड़कों पर भी दिखा गुस्सा :
गोपाल खेमका की हत्या के बाद बिहार के कई शहरों में व्यापारिक संगठनों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया। राजधानी पटना से लेकर पूर्णिया और भागलपुर तक व्यापारियों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार व्यवसायियों के लिए स्थायी सुरक्षा ढांचा बनाए।


पुलिस का दावा है कि जल्द होगी गिरफ्तारी, हर एंगल से हो रही जांच :
बिहार पुलिस का कहना है कि एसआईटी, स्थानीय थाना और एसटीएफ की संयुक्त टीमें हर संभावित एंगल से जांच कर रही हैं। पारिवारिक, व्यावसायिक और आपराधिक कनेक्शन पर गहराई से काम किया जा रहा है। पुलिस को भरोसा है कि हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


