बिहार में मुहर्रम पर तीन दिनों तक पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया गया है। 5, 6 एवं 7 जुलाई को सभी जिलों में पुलिस प्रशासन सतर्क रहेगा। शरारती तत्वों पर खास नजर रखी जाएगी। राज्यभर में बिना लाइसेंस के ताजिया जुलूस निकाले जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

जुलूस में डीजे के शामिल किए जाने को भी प्रतिबंधित किया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सांप्रदायिक दृष्टिकोण से राज्य में 18 संवेदनशील पुलिस जिलों को चिन्हित किया है। साथ ही, जिलों में ताजिया जुलूस निकालने को लेकर अबतक 13,719 लाइसेंस जारी किए गए हैं।

शुक्रवार को अपर पुलिस महानिदेशक, विधि व्यवस्था पंकज दराद ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी। बताया कि जिलों में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम बनाए गए है, जबकि पुलिस मुख्यालय में राज्यस्तरीय कंट्रोल एवं कमांड सेंटर तीनों दिन तक सक्रिय रहेगा और सभी 38 जिलों में निकाले जाने वाले ताजिया जुलूस पर नजर रखेगा। इसके लिए एसपी स्तर के पदाधिकारियों को तैनात किया गया है।

वहीं, कमांड सेंटर में हरेक चार-चार घंटे पर डीएसपी स्तर के पदाधिकारी तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में ताजिया जुलूस के दौरान हुई घटनाओं के मद्देनजर ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।


उन्होंने अपील की कि सभी पर्व-त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाए। कोई भी ऐसा कार्य ना करें, जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हो। जुलूस में भड़काऊ नारे ना लगाएं।


