Bihar News : बिहार के पूर्णिया से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 10 साल की बच्ची के साथ कुछ दरिंदों ने दुष्कर्म किया। बच्ची अपने घर से महज 500 मीटर दूर खेत में आलू खोदने गई थी। तभी दो दरिंदों ने बच्ची को पकड़ लिया। दोनों में से एक नाबालिग है। जब काफी देर तक बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने तलाश शुरू की।

इसी बीच पीड़िता के चचेरे भाई ने देखा कि दोनों लड़के बच्ची को मक्के के खेत में फेंक कर भाग रहे हैं। पीड़िता की हालत काफी गंभीर थी। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसने बताया कि दो लड़कों ने उसकी आंखों पर पट्टी बांध कर उसके साथ गलत काम किया। बता दें, पूरी घटना गुरुवार दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे के बीच की है।

मक्के के खेत में बेहोश मिली बच्ची :


पीड़िता के परिजनों ने थाने में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है। परिजनों ने गांव के ही विनोद और एक अन्य नाबालिग को आरोपित किया है। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है और केस दर्ज कर लिया गया है। मामले को लेकर पीड़िता के पिता ने बताया कि लड़की दिन में खाना खाने के बाद खेत में आलू खोदने गई थी। शाम तक जब वह वापस नहीं लौटी तो हमलोगों ने खोजबीन शुरू की। इसी बीच कुछ ग्रामीणों ने मेरी बेटी को मकई के खेत में बेहोशी की हालत में देखा। हमलोग उसे तुरंत अस्पताल ले गए। इलाज के बाद लड़की को होश आ गया। होश आने के बाद उसने बताया कि विनोद और एक अन्य लड़का उसे जबरन खेत में ले गए। वहां उसके साथ गलत काम किया।

उधर, चचेरे भाई ने बताया कि मैं घर पर नहीं था। शाम चार बजे मुझे सूचना मिली कि लड़की नहीं मिल रही है। जिस स्थान पर हमने उसकी तलाश की, वहां आरोपी लड़की को फेंक कर भाग गए। लड़की गंभीर थी, इसलिए मैं उन्हें पकड़ नहीं सका। मैंने पहले लड़की को संभाला। उन लड़कों से किसी तरह का कोई विवाद नहीं है।
क्या बोले सरपंच और थाना प्रभारी?
उधर, गांव के सरपंच मोहम्मद नौसाद ने बताया कि लड़की की हालत गंभीर है। स्थानीय दो लड़कों ने गलत काम किया है। लड़की को न्याय मिलना चाहिए, कार्रवाई होनी चाहिए। मामले को लेकर मुफस्सिल थाना प्रभारी अब्दुल मन्नान ने कहा कि पीड़ित पक्ष ने आवेदन दिया है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच चल रही है। आरोपियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।