बिहार के जमुई और कैमूर जिलों में भारी बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है। कैमूर में 5 और जमुई में 3 लोगों की जान गई, जबकि दो लोग घायल हुए हैं।
कैमूर जिले की बात करें तो अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने से एक किशोर सहित कुल पांच लोगों की मौत हो गई है। सभी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
कैमूर जिले की पहली घटना नुआंव थाना क्षेत्र के सातों एवती गांव की है, जहां स्वर्गीय कपिल पाल के पुत्र सुग्रीव पाल भैंस चराते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। दूसरी घटना सिझूआ में धान की रोपनी के दौरान घटी, जिसमें रामजस बिंद की बेटी सीता मुनि कुमारी की इलाज के दौरान मौत हो गई और उनके साथ रही चंदा देवी और गीता देवी घायल हो गईं, जिनका उपचार रामगढ़ रेफरल अस्पताल में चल रहा है।
कुढनी थाना क्षेत्र के हरिहरपुर में रामचरित बिंद के पुत्र शिवजी बिंद की खेत में मजदूरी करते समय बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं बेलांव थाना क्षेत्र के पुनाव गांव में मनोज सिंह का 17 वर्षीय पुत्र भैंस चराते समय बिजली गिरने से मारा गया। भगवानपुर थाना क्षेत्र के जैतपुर खुर्द में रामकवल बिंद के 30 वर्षीय पुत्र रामनिवास बिंद की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।
जमुई जिले में भी तीन अलग-अलग घटनाओं में वज्रपात से मौतें हुईं। पहली घटना सिकंदरा थाना क्षेत्र के चारण गांव की है, जहां किसान देवी यादव के बेटे करू यादव की वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गई। दूसरी घटना लक्ष्मीपुर प्रखंड के चिनवेरिया गांव की है, जहां नागौर पासवान के बेटे राजू कुमार की मोबाइल देखते समय वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। तीसरी घटना अलीगंज प्रखंड के कोडवारिया पंचायत के हिल्स गांव की है, जहां मवेशी चराते समय महेंद्र यादव के बेटे सौरभ कुमार की वज्रपात से जान चली गई। मामले की जानकारी देते हुए लक्ष्मीपुर थाना अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि वज्रपात की चपेट में आने से युवक की मौत हुई है।
इन सभी घटनाओं ने जिले में मातम का माहौल पैदा कर दिया है, और प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।