वोटर अधिकार यात्रा के बाद महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू हो गई है। गठबंधन के घटक दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, इसकी औपचारिक घोषणा 15 सितंबर तक हो सकती है।

शनिवार को महागठबंधन समन्वय समिति अध्यक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के सरकारी आवास पर गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इसमें सीट शेयरिंग के अलावा महागठबंधन में पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के शामिल होने पर भी चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार झामुमो और रालोजपा को महागठबंधन में शामिल करने पर प्रारंभिक सहमति बन गई है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। 15 सितंबर को महागठबंधन समन्वय समिति की होने वाली बैठक में दोनों नए दलों के शामिल होने पर मुहर लग सकती है।

बैठक में कांग्रेस, राजद और वीआईपी के नेता मौजूद रहे। पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई। बातचीत सकारात्मक रही है।

राजद व कांग्रेस के कोटे से नए दलों को मिलेंगी सीटें
पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में राजद, कांग्रेस के अलावा वामदल शामिल थे। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) महागठबंधन में शामिल हुई। अब पारस की रालोजपा और झामुमो के भी शामिल होने के बाद नए सिरे से सीट बंटवारा होना है। 2020 विधानसभा चुनाव में राजद ने 144, कांग्र्रेस ने 70, वामदलों ने 29 सीट पर चुनाव लड़ा था।


तीन नए दलों के शामिल होने के बाद कांग्रेस और राजद के हिस्से की ही सीटें इन्हें मिलनी है। यही कारण है कि शनिवार को बैठक में राजद और कांग्रेस के नेता एक साथ बैठे। चूंकि वीआईपी की मांग 60 सीट की है, इसीलिए बैठक में वह भी शामिल रही। वामदलों के साथ भी जल्द ही सीट बंटवारे पर चर्चा होगी।


