मां कमरे में थी। पापा दरवाजा तोड़कर कमरे में गए। मां के साथ मारपीट की। दादा-दादी ने मां का पैर-हाथ पकड़ लिया और पापा ने साड़ी से मां का गला घोंट दिया। मां तड़पती रही। कुछ ही देर में मां की मौत हो गई। पापा बोल रहे थे, तुझे बेटा तो होगा नहीं, तू मर ही जा। मां के साथ पापा हमेशा मारपीट करते थे।’

क्लास वन में पढ़ने वाली 10 साल की बेटी निहारिका चौधरी ने मां रोशनी चौधरी की मौत उसके आंखों के सामने हुई। उसके साथ उसकी 2 छोटी बहनें भी थीं। एक डेढ़ साल और दूसरी 6 साल की।

गया के अतरी थाना क्षेत्र के टेउसा बाजार इलाके में रोशनी चौधरी (34) की लाश आंगन में मिली थी। आंगन में तीनों अपनी मां की लाश के पास बैठकर 3 घंटे तक रोती रहीं। घटना रविवार (20 सितंबर) की है।

2014 में नीतीश और रोशनी की हुई थी शादी
रोशनी की 2014 में नीतीश से चौधरी से शादी हुई थी। रोशनी को 3 बेटियां थी। रोशनी के घर वालों क कहना था कि, नीतीश और उसके घर वाले बेटा चाहते थे।

बेटी ने बताया, कैसे दादा-दादी और पापा ने मां को मार डाला
बेटी ने बताया, ‘पापा कई महीने से घर पर ही रहते थे। हर छोटी-मोटी बात पर पापा, दादा और दादी, मेरी मम्मी से झगड़ा करते थे। घर में पैसे नहीं होते थे, राशन नहीं होता था, या फिर हम लोगों की स्कूल की फीस भरनी होती थी, तो वे मम्मी से मारपीट करते थे और कहते थे कि अपने पापा या भाई से पैसे मांग कर दो।’

रात में पापा मम्मी को पीट रहे थे
निहारिका ने बताया कि, ‘रविवार की रात खाना खाकर हम लोग सोने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान पापा-मम्मी दूसरे कमरे में थे। दोनों के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई। झगड़े की आवाज सुनकर दादा-दादी भी पापा-मम्मी के कमरे में पहुंच गए।
मैं भी पीछे से वहां पहुंच गई। मैंने देखा कि पापा, मम्मी की पिटाई कर रहे हैं। जब मम्मी ने खुद को बचाने की कोशिश की तो दादा-दादी ने मिलकर मेरी मां के हाथ-पैर पकड़ लिए और इतने में मां बिस्तर पर गिर गई।’
फाइनेंस का काम करता है आरोपी पति
मृतका के परिजन ने बताया कि, आरोपी पति नीतीश गयाजी में एक्सिस बैंक में फाइनेंस का काम करता था। 2014 के मार्च में टेउसा बाजार में धूमधाम से रोशनी की शादी की थी। तीन महीने तक सबकुछ ठीक रहा। जिसके बाद रोशनी को हर छोटी-छोटी बातों के लिए टॉर्चर किया जाने लगा।
‘बहन ने फोन पर कहा था, मेरे साथ मारपीट हो रही है’
मृतका के भाई राहुल कुमार ने बताया कि, रविवार की रात साढ़े 9 बजे बहन रोशनी ने मुझे फोन किया था। वो काफी परेशान थी। कह रही थी कि मेरे साथ मारपीट की जा रही है। हमलोगों ने उससे कहा कि सब ठीक हो जाएगा। उसके बाद फोन डिस्कनेक्ट हो गया।

बहन का फोन जब डिस्कनेक्ट हो गया, तो मुझे लगा कि अक्सर इस तरह से कुछ छोटी-मोटी बात को लेकर कहासुनी हुई होती रही है, आज भी हुई होगी, पर फिर भी मेरे मन में किसी अनहोनी की आशंका होने लगी। जब मेरा मन नहीं माना तो मैंने रात को साढ़े 10 बजे बहन को फोन किया। फोन रोशनी ने ही उठाया और बताया कि मैं ठीक हूं। उसकी आवाज से मुझे तसल्ली हुई।

