आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए समस्तीपुर जिले में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है। इसके तहत सीमावर्ती थाना क्षेत्रों और संवेदनशील स्थानों पर कुल 30 स्टैटिक चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं, जहां चौबीसों घंटे जांच अभियान जारी रहेगा।

प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस बल की तीन शिफ्टों में प्रतिनियुक्ति की गई है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। इन चेकपोस्टों के माध्यम से प्रत्याशियों के चुनावी व्यय, सभा, जुलूस और प्रचार गतिविधियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आचार संहिता उल्लंघन, अवैध नकदी, शराब, हथियार या किसी अन्य संदिग्ध वस्तु की आवाजाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इन चेकपोस्टों का मुख्य उद्देश्य जिले की सीमाओं की पूर्ण नाकेबंदी सुनिश्चित करना है, ताकि कोई भी अवांछित या आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति जिले में प्रवेश या निकास न कर सके। साथ ही चुनावी माहौल को प्रभावित करने वाले गैरकानूनी साधनों के इस्तेमाल और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशों पर भी रोक लगाई जा सके।

प्रत्येक चेकपोस्ट पर पर्याप्त बल, वाहन जांच उपकरण, सीसीटीवी कैमरे और तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। निगरानी दल वाहनों की तलाशी और संदिग्ध गतिविधियों की जांच को लेकर पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा, “चेकपोस्टों के माध्यम से निरंतर निगरानी रखी जा रही है और किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

वहीं एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया, “जिले की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सीमा बिंदु पर केंद्रीय बल, जिला पुलिस बल, मजिस्ट्रेट और वीडियो सर्विलांस की व्यवस्था के साथ जांच अभियान चलाया जा रहा है।”

