Bihar News: बिहार में सावन की आखिरी सोमवारी के ठीक एक दिन पहले दर्दनाक हादसे में 5 कांवरियों की मौत हो गई. घटना भागलपुर जिले का है. जहां, कांवरियों का जत्था डीजे गाड़ी पर सवार होकर रविवार को रात करीब 11 बजे निकला. लेकिन, साढ़े 11 बजे के करीब डीजे गाड़ी नदी में पलट गई. इस घटना में कुछ युवकों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई लेकिन 5 लोगों की मौत हो गई.

शाहकुंड के रहने वाले थे सभी मृतक
घटना भागलपुर जिले के बेलथ महतो स्थान से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर हुई. घटना की सूचना मिलते ही आस-पास के लोग और शाहकुंड पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सभी को वहां से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शाहकुंड लाया. इनमें से पांच लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मरने वाले सभी शाहकुंड के ही बताये जा रहे हैं. मरने वालों में पुरानी खेरही गांव के तीन और कसवा खेरही गांव के दो लोग हैं. घटना में तीन युवक तैर कर बाहर आ गये, लेकिन वे कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं. गाड़ी पर लगभग 12 लोग सवार थे.

रातभर शव निकालने के लिए जद्दोजहद
इधर, डीजे गाड़ी के चालक के नदी में डूबे होने की चर्चा लोग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि मकंदपुर निवासी गाड़ी चालक या तो डर के मारे तैर कर भाग गया या फिर नदी में डूब गया है. उसकी खोज के लिए जेसीबी मंगवाई गई है. सभी मरने वालों की पहचान संतोष कुमार, मनोज कुमार, विक्रम कुमार, अंकुश कुमार और मुन्ना कुमार के रूप में हुई है. वहीं, जेसीबी से गाड़ी निकलने के बाद शव बाहर निकालने की देर रात तक कोशिश जारी रही.

इस तरह हुई पूरी घटना…
पूरी घटना को लेकर बताया गया, रविवार रात 11 बजे के करीब पिकअप गाड़ी पर डीजे और जनरेटर लगाकर 12 युवकों की टोली नाचते-गाते अंतिम सोमवारी पर जल चढ़ाने के लिए गंगा स्नान करने सुल्तानगंज जा रहे थे. गंगा स्नान के बाद जैठोरनाथ धाम (अमरपुर, जिला बांका) जाते. सभी कांवरिये के वेश में थे. बारिश होने के कारण बरसाती नदी का पानी सड़क से सट कर बहने लगा है. रात होने और डीजे के शोर में किसी कारण गाड़ी से चालक का नियंत्रण खो गया. इसके कारण शाहकुंड-सुलतानगंज मुख्य सड़क के महतो स्थान के आगे गाड़ी पानी भरे नदी में चला गया.


घटनास्थल पर पुलिस कर रही कैंप
इस दौरान कुछ युवक चीख भी नहीं पाये और मौत ने गले लगा लिया. ग्रामीणों के बीच दुर्घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है. अस्पताल पहुंचने के बाद परिजनों के रोने-चिल्लाने से इलाका गम में डूब गया है.


