समस्तीपुर जिले में एक महीने के भीतर दो महिला सिपाहियों की आत्महत्या की घटनाओं ने पुलिस विभाग के भीतर मानसिक तनाव और व्यक्तिगत संघर्षों की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन दोनों घटनाओं में समान परिस्थितियों और पारिवारिक कारणों की बात सामने आई है।
जिले के मुसरीघरारी थाने की 112 नंबर पर तैनात सिपाही चांदनी कुमारी सुसाइड कांड में सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें 3 डॉक्टर थे। मेडिकल बोर्ड में डीएस डॉ. गिरीश कुमार, डॉ. विनायक और डॉ. एनके चौधरी शामिल रहे। डॉक्टरों का मानना है कि सिपाही की मौत फंदे के कारण दम घुटने से हुई है। सिपाही के गले पर दुपट्टे से फंदा लगाए जाने का निशान मिला है। उसके गले की हड्डी टूटी हुई नहीं थी। जिससे मामला आत्महत्या का लगता है।
मामले में मुसरीघरारी थाने में यूडी केस दर्ज किया गया है। कांड की जांच में जुटी पुलिस के अनुसार सिपाही चांदनी अपने शादी से खुश नहीं थी। जबकि परिवार वाले शादी को लेकर पूरी तैयारी कर चुके थे। पुलिस सिपाही के मोबाइल का कॉल डिटेल भी निकाल रही है। जिससे यह पता चल सकेगा कि आखिरी बार सिपाही चांदनी करीब एक घंटे से अधिक समय तक किससे बात कर रही थी। उस व्यक्ति से और कब-कब बातचीत हुई है। वह कौन है। सिपाही के पिता सुरेश पंडित ने कहा कि वह चांदनी की शादी करने वाले थे। शादी की तैयारी कर चुके हैं। करीब 12 लाख रुपए का सामान एक दिन पहले की खरीद कर घर लाए। आज चांदनी से बात नहीं हुई थी। छूट्टी नहीं मिलने को लेकर वह परेशान थी। चांदनी ने बताया था कि साहेब छुट्टी नहीं दे रहे हैं। हालांकि पुलिस पदाधिकारी का कहना है कि चांदनी ने छुट्टी के लिए आवेदन नहीं दिया था।
15 दिन पहले महिला सिपाही का मिला था शव
15 दिन पहले समस्तीपुर पुलिस लाइन के बाथरूम में फंदे से लटकता सिपाही वंदना कुमारी (24) का भी शव मिला था। वह मधेपुरा के गम्हरिया थाना क्षेत्र के तरावा गांव के विजेंद्र यादव की बेटी थी और समस्तीपुर के एससी-एसटी थाने में सीसी ट्रेनिंग को लेकर तैनात थी। वंदना की भी शादी होने वाली थी। अबतक अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि वंदना शादी से खुश नहीं थी। वह अपनी मर्जी से शादी करना चाहती थी। जबकि परिवार के लोग कहीं दूसरे स्थान पर शादी करने वाले थे। दोनों सिपाही के सुसाइड कांड में एक चीज समान्य दुपट्टा रही। दोनों सिपाही ने दुपट्टा से फंदा बनाया है। हालांकि चांदनी ने एक नए पीले रंग की रस्सी से भी फंदा बनाकर रखा था।
एएसपी संजय पांडेय ने बताया कि सिपाही की मौत गंभीर मामला है। इस लिए मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया है। घटना के पीछे पारिवारिक कारण की बात सामने आ रही है। इससे पूर्व वंदना सिपाही की मौत मामले में पारिवारिक कारण ही सामने आया है। परिवार के सदस्यों के लगाए गए आरोपों की भी जांच की जा रही है।
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