समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी के नाम से फेक फेसबुक अकाउंट बनाने के मामले में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज होने के चार महीने के बाद भी साइबर अपराधियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
साइबर अपराधियों ने समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के नाम से फेक फेसबुक आईडी बनाकर इसका इस्तेमाल लोगों को झांसा देने के लिए किया था। इन अपराधियों ने पहले लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा और फिर फेसबुक मैसेंजर के जरिए किसी सीआरपीएफ अधिकारी को अपना मित्र बताते हुए उनके ट्रांसफर पर उनके घर के महंगे फर्नीचर बहुत ही सस्ते दामों में बेचने का झांसा दिया।
इससे लोगों के साइबर फ्रॉड का शिकार होने का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि कुछ ही दिनों में उस फर्जी आईडी के फ्रेंड लिस्ट में लगभग एक हजार लोग जुड़ गए थे। इस मामले को लेकर पुनि धनंजय कुमार के आवेदन पर साइबर थाना में एसपी विनय तिवारी के नाम से चल रहे तीन फेक फेसबुक अकाउंट के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी, ताकि आम लोग ठगी का शिकार न हों।
साइबर थाना समस्तीपुर के प्रभारी आशीष रंजन ने बताया कि एसपी विनय तिवारी के नाम से चल रहे फेक फेसबुक आईडी के विरुद्ध साइबर पुलिस कार्रवाई कर रही है। पहले चल रहे कुछ आईडी को बंद कराया गया है। नए मामले में संलिप्त साइबर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।