इस वर्ष त्योहार पर समस्तीपुर लौटने का सपना अधिकांश प्रवासी जिलावासियों के लिए अधूरा रह सकता है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और सूरत से समस्तीपुर आने वाली ट्रेनों में कन्फर्म टिकट मिलना तो दूर, वेटिंग टिकट भी लगभग खत्म हो चुके हैं। इससे पर्व पर घर आने की तैयारी कर रहे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

जिले के हजारों युवक रोजगार की तलाश में महानगरों में रहते हैं। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पर्व जैसे अवसर पर ये लोग परिवार संग समय बिताने के लिए घर लौटना चाहते हैं। लेकिन इस बार टिकट की भारी किल्लत ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिल्ली से समस्तीपुर आने वाली ट्रेनों में वैशाली एक्सप्रेस में वेटिंग 30, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में 36, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में 27 और आम्रपाली एक्सप्रेस में 17 चल रही है। इसी तरह, मुंबई से आने वाली लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में 51 और अवध एक्सप्रेस में 22 वेटिंग है।

कोलकाता से समस्तीपुर आने वाली हावड़ा–रक्सौल एक्सप्रेस में 47, बाघ एक्सप्रेस में 48, गंगा सागर एक्सप्रेस में 27 और मिथिला एक्सप्रेस में 65 वेटिंग है। वहीं सूरत से आने वाली अवध एक्सप्रेस में 27 और उधना से चलने वाली अहमदाबाद–बरौनी एक्सप्रेस में 26 वेटिंग चल रही है।


ऐसे में अब प्रवासियों के लिए एकमात्र सहारा पूजा स्पेशल ट्रेन ही बचा है। यात्रियों को उम्मीद है कि रेलवे जल्द अतिरिक्त ट्रेनें चलाकर उनकी घर वापसी की राह आसान करेगा।


