रेलवे कर्मचारियों के लिए उनकी समस्याओं को उचित मंच पर उठाने और उनके समाधान के लिए मान्यता प्राप्त यूनियन का होना बेहद जरूरी है। इसी उद्देश्य से समस्तीपुर रेलवे मंडल में रेलवे यूनियन की मान्यता को लेकर दो दिवसीय मतदान प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई।

पहले दिन का मतदान: अधिकारियों की कड़ी निगरानी
18 मतदान केंद्रों पर आज पहले दिन रनिंग कर्मचारियों को छोड़कर अन्य विभागों के कर्मचारियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। डीआरएम कार्यालय में दो मतदान केंद्र बनाए गए, जबकि एरियन कार्यालय, डीजल शेड, और कारखाने में भी अलग-अलग केंद्र स्थापित किए गए। सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलती रही। मतदान के दौरान निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रत्येक बूथ पर आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) की तैनाती की गई।

प्रतिस्पर्धा में प्रमुख यूनियन्स
इस चुनाव में चार प्रमुख यूनियन्स हिस्सा ले रही हैं:

- ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन
- ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस
- भारतीय मजदूर संघ
- ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन
इन यूनियनों का प्रदर्शन तय करेगा कि कौन-सी यूनियन रेलवे कर्मचारियों की समस्याओं को रेलवे अधिकारियों के साथ पीएनएम (पार्टीशनेट मशीनरी मीटिंग) में प्रस्तुत करने का अधिकार प्राप्त करेगी।

कल का मतदान: रनिंग कर्मचारियों की बारी
पहले दिन के मतदान के बाद, अगले दिन रनिंग कर्मचारी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल 10,400 मतदाता इस चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा हैं।


मतदान के बाद: परिणाम और उम्मीदें
दो दिवसीय मतदान प्रक्रिया के बाद वोटों की गिनती होगी, और परिणामों की घोषणा की जाएगी। यह प्रक्रिया यह तय करेगी कि कौन-सी यूनियन सरकारी मान्यता प्राप्त कर रेलवे कर्मचारियों की समस्याओं को हल करने में योगदान देगी।

