Samastipur Rail Division : रेल यात्रा के दौरान पार्सल की सुरक्षा और जांच प्रक्रिया को लेकर अब बड़ा कदम उठाया जा रहा है। समस्तीपुर रेल मंडल में पार्सल व्यवस्था को आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में पहली बार स्कैनर मशीन लगाने की तैयारी जोरों पर है। यह पहल न केवल संदिग्ध वस्तुओं की पहचान को आसान बनाएगी बल्कि पार्सल परिचालन में पारदर्शिता भी लाएगी।

समस्तीपुर रेल मंडल के चार प्रमुख पार्सल कार्यालयों – समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा और रक्सौल में अब स्कैनर मशीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। रेलवे ने इसके लिए निविदा प्रक्रिया (ई-ऑक्शन) भी जारी कर दी है, जिसमें इच्छुक कंपनियों से भाग लेने की अपील की गई है।

रेल मंडल में अब तक किसी भी पार्सल कार्यालय में स्कैनर मशीन नहीं लगी है, जिससे पार्सल की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से मैनुअल और जोखिमपूर्ण रही है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (सीनियर DCM) अनन्या स्मृति ने बताया कि इस बार रेलवे विशेष रूप से इच्छुक है कि ई-ऑक्शन के माध्यम से योग्य कंपनियां आगे आएं और मशीनों की स्थापना शीघ्र हो।

स्कैनर मशीन लगने से पार्सल की जांच मशीन द्वारा स्वचालित रूप से हो सकेगी, जिससे विस्फोटक, ज्वलनशील या अन्य संदिग्ध सामग्री की पहचान आसान होगी। यह कदम पुराने अनुभवों को देखते हुए और भी जरूरी हो जाता है। उल्लेखनीय है कि कुछ वर्ष पहले दरभंगा स्टेशन पर एक पार्सल में विस्फोटक सामग्री के कारण दुर्घटना हो चुकी है।

रेलवे ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन स्कैनर मशीनों की निगरानी के लिए रेल सुरक्षा बल (RPF) की प्रतिनियुक्ति हेतु भी पत्र लिखा है। इसका उद्देश्य मशीन संचालन में सुरक्षा सुनिश्चित करना है।


पूर्व में भी स्कैनर मशीन लगाने को लेकर ई-ऑक्शन की प्रक्रिया अपनाई गई थी, लेकिन उसमें कोई कंपनी भाग नहीं ले सकी थी, जिससे यह योजना अधर में रह गई थी। अब एक बार फिर से रेलवे पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस पहल को मूर्त रूप देने में जुटा है।

