समस्तीपुर के डाकघरों में तकनीकी बदलाव की नई बयार बहने वाली है। लंबे समय से लिंक फेल और धीमी सेवाओं से जूझ रहे ग्राहकों को अब राहत मिलने वाली है, क्योंकि डाक विभाग आधुनिक तकनीक को अपनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है।

समस्तीपुर डाक मंडल के अधीन कार्यरत 393 डाकघरों में जल्द ही आईटी 2.0 नामक अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर लागू किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर की खासियत यह है कि यह तेज, सटीक और भरोसेमंद सेवाएं प्रदान करने में सक्षम है। डाक विभाग के अनुसार, अगस्त 2025 से इस सॉफ्टवेयर पर आधारित सभी सेवाएं जनता को मिलना शुरू हो जाएंगी।

अब तक जिले के सभी डाकघरों में बीएसएनएल के पुराने सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता रहा है, जिसमें बार-बार लिंक फेल और सिस्टम स्लो रहने जैसी समस्याएं सामने आती थीं। इससे न केवल डाक सेवाओं की गति प्रभावित होती थी, बल्कि आम उपभोक्ताओं को भी समय की बर्बादी झेलनी पड़ती थी।

डाक अधीक्षक दिनेश साह ने जानकारी दी कि समस्तीपुर मंडल के 933 डाक कर्मियों को आईटी 2.0 सिस्टम के संचालन के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण दिया गया है। यह नया सॉफ्टवेयर न केवल कंप्यूटर सिस्टम से, बल्कि एंड्रॉयड मोबाइल फोन से भी संचालित किया जा सकेगा, जिससे कार्यक्षमता में बड़ा इजाफा होगा।


डाक मंडल के तहत 351 ब्रांच पोस्ट ऑफिस, 41 सब पोस्ट ऑफिस और 1 मुख्य डाकघर शामिल हैं। नए सिस्टम के लागू होने से न केवल गति बढ़ेगी, बल्कि डाक विभाग की विश्वसनीयता और आधुनिकता में भी बढ़ोतरी होगी। साथ ही, उपभोक्ताओं का भरोसा भी लौटेगा, जो निजी कोरियर सेवाओं की ओर तेजी से रुख कर रहे थे।


