समस्तीपुर में नगर निगम की लापरवाही के कारण शहर की सड़कों की हालत बदतर हो गई है। बारिश के कारण जलजमाव और टूटे नाले के स्लैब से हादसों की संख्या बढ़ रही है, जिससे नागरिकों की जान जोखिम में पड़ गई है।
शुक्रवार को एक स्कूली बच्ची टूटे स्लैब में गिरकर गंभीर हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बची। स्थानीय लोगों की सतर्कता और तत्परता से बच्ची को समय रहते बचा लिया गया, नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। नगर निगम प्रशासन को बार-बार शिकायतें देने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन की अनदेखी के कारण सड़कों पर जलजमाव और टूटे स्लैब की समस्याएं लगातार बनी हुई हैं। लोगों ने इस मुद्दे पर नगर निगम के आयुक्त को शिकायत पत्र भी दिया था, लेकिन समस्या का हल नहीं निकला।
स्थानीय निवासी सुरेंद्र प्रसाद सिंह के अनुसार, मानसून पूर्व नाले की उड़ाही पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद जलजमाव की समस्या जस की तस बनी हुई है। सोनवर्षा चौक काली मंदिर के पास तो हालत इतनी खराब है कि वहां बाइक भी डूब जाती है।
नगर निगम की महापौर अनिता राम का कहना है कि टूटे स्लैब को जल्द ही हटाकर नए स्लैब लगाए जाएंगे और जलजमाव से मुक्ति के लिए गंभीर प्रयास जारी हैं। हालांकि, वास्तविकता इससे कोसों दूर है और लोगों की समस्याएं अभी भी बरकरार हैं।
समस्तीपुर में ट्रैफिक की व्यवस्था कुव्यवस्था है कोई आश्चर्य की बात नही है इस प्रकार की घटना के लिए।