समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर प्रखंड में शिक्षक नियोजन में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। निगरानी विभाग की जांच में सात शिक्षकों के बीईटीईटी प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इस मामले में निगरानी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिससे फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।पटना हाईकोर्ट में वर्ष 2014 में सीडब्ल्यूजेसी वाद दायर किया गया था, जिसमें शिक्षक नियोजन में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी। अदालत के आदेश पर निगरानी विभाग ने जांच शुरू की। जांच में विभूतिपुर प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 5 महिला और 2 पुरुष शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए।

फर्जी प्रमाण पत्र वाले शिक्षक:

-
अंजली कुमारी (मिश्रौलिया गांव) ने पंचायत शिक्षक पद के लिए आवेदन दिया था। उनका बीईटीईटी प्रमाण पत्र (रोल नंबर: 3004110782) जांच में फर्जी निकला।
-
प्रतिभा कुमारी (परमानंदपुर, बेगूसराय) वर्तमान में विभूतिपुर के प्राथमिक विद्यालय सरगांहा में तैनात थीं। उनका प्रमाण पत्र (संख्या: 3014118119) भी फर्जी पाया गया।
-
सोनी कुमारी और सुजाता कुमारी, जो सरगांहा प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत थीं, के प्रमाण पत्र भी जांच में फर्जी निकले।
-
प्राथमिक विद्यालय मल्लाह टोल में पदस्थापित संगीता कुमारी (खोदावनपुर, बेगूसराय) का प्रमाण पत्र भी फर्जी पाया गया।
-
प्राथमिक विद्यालय बनौली में कार्यरत सूरज कुमार और नवीन कुमार के प्रमाण पत्र भी जांच में फर्जी साबित हुए।
निगरानी विभाग ने उच्च अधिकारियों के आदेश पर विभूतिपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में सात शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। निगरानी विभाग की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

