Samastipur Bridge : समस्तीपुर में एक दर्जन पुलों की स्थिति जर्जर, हर वक्त हादसे का अंदेशा.

समस्तीपुर जिले में मानसून की शुरुआत के साथ ही विभिन्न नदियों पर बने पुलों की दयनीय स्थिति ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। प्रशासन के दावे के बावजूद कई पुल खतरनाक स्थिति में हैं, जो बाढ़ और दुर्घटनाओं का संकेत दे रहे हैं। जिले में विभिन्न नदियों पर बने पुलों में से करीब एक दर्जन की हालत अत्यंत खराब है। प्रशासनिक दावे के अनुसार, सभी पुलों की मरम्मत का काम समय पर किया जाता है, परंतु इस साल अब तक कोई सर्वेक्षण नहीं हुआ है। जिले में कुल मिलाकर एक सौ से अधिक पुल हैं, जिनमें से कई जर्जर स्थिति में हैं।

   

सरायरंजन प्रखंड में बीते दो-तीन साल में कई नये पुलों का निर्माण हुआ है, लेकिन बरूणा, मनिकपुर, सरैया, हरपुर बरहेता, गांगमोहन घाट और मनिका के पुलों की हालत खराब हो चुकी है। गंगसारा से भोजपुर जाने वाले नये पुल की रेलिंग भी क्षतिग्रस्त है।

पटोरी प्रखंड में वाया नदी पर बने पुलों की स्थिति भी चिंताजनक है। पिछले वर्ष वाया नदी के पानी के तेज दबाव के कारण ताराधमौन में एक पुल टूट गया था। वहीं, लोदीपुर घाट पुल, गोरगामा घाट पुल और तारा धमौन रेलवे पुल की स्थिति भी खराब है।

 

हसनपुर प्रखंड के बागमती नदी पर बना पुल 1980 में बना था और अब जर्जर स्थिति में है। इस पुल का उपरी भाग दो वर्ष पूर्व टूट गया था। रोसड़ा और खानपुर प्रखंड को जोड़ने वाला पुल भी पांच साल पहले ध्वस्त हो चुका है और अभी तक इसका पुनर्निर्माण नहीं हो पाया है।

   

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