समस्तीपुर में भाकपा माले जिला कमेटी का दो दिवसीय बैठक सोमवार को विभूतिपुर के पतैलिया पुस्तकालय पर समाप्त हुआ। इस दौरान भाकपा माले पोलिट ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने अपने संबोधन में कहा कि जनता भाजपा के दमनकारी नीतियों, महंगाई और बेरोजगारी से मुक्ति चाहती है, जो अडानी-अंबानी की सरकार के तौर पर जानी जाती है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार वाजिब हकों को नकार रही है और राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर रही है, जो देश के विकास के लिए आवश्यक है। यदि सरकार ने इस बार भी यह मांग नहीं मानी, तो विधानसभा चुनाव में भाजपा-जदयू को भारी नुकसान होगा।
भाकपा माले केंद्रीय कमेटी सदस्य मंजू प्रकाश ने दक्षिण बिहार के आंदोलनों को उत्तर बिहार में भी तीव्र करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दलितों और गरीबों के लिए व्यापक आंदोलन किया जाएगा और राज्य सरकार से सभी गरीबों को 2 लाख रुपये और 5 डिसमिल जमीन देने की मांग की जाएगी।
बैठक में केंद्रीय कमेटी के फैसलों के तहत “हक दो-वादा निभाओ” विशेष अभियान के अंतर्गत 28-31 जुलाई तक सभी शाखाओं की बैठकें, गांव-पंचायतों में जनसंवाद अभियान और बिहार सरकार द्वारा घोषित 94 लाख गरीबों को 2 लाख रुपये सहायता देने के लिए विरोध आंदोलन की योजना बनाई गई। इसके साथ ही, 25 जुलाई को बुलडोजर राज के खिलाफ विधानसभा मार्च और पार्टी की सदस्यता बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
जिला सचिव उमेश कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में दाखिल-खारिज, मनरेगा और अन्य विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं में हो रही लूट और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन तेज करने की बात कही। बैठक में जिला कमेटी के अन्य सदस्यों में सुरेंद्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार, रामचंद्र पासवान, रौशन कुमार, अजय कुमार, जीबछ पासवान, गंगा प्रसाद पासवान, उपेंद्र राय, राजकुमार पासवान, फूलबाबू सिंह, संजीत पासवान, मनीषा कुमारी, सुनील कुमार, दिनेश कुमार, अनील चौधरी और लोकेश राज शामिल थे।
इस दो दिवसीय बैठक का उद्देश्य संगठन को मजबूत करना और जनता के मुद्दों पर केंद्रित आंदोलन की दिशा तय करना था।