बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बीस सूत्री की बैठक जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में मंत्री ने जिले में संभावित बाढ़ को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा की। इसके साथ ही उन्होंने आपदा विभाग और जिले में मेडिकल सुविधाओं का जायजा लिया। विभिन्न विभागों के विकास योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा हुई, और उन्होंने समय सीमा के भीतर इन योजनाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। सात निश्चय योजना के तहत चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की गई।
सांसद शाम्भवी ने उठाए जाम और स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे
बैठक में सांसद शाम्भवी ने स्थानीय लोगों की जाम की समस्या पर बात की और इसे हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने सदर अस्पताल का निरीक्षण करते समय मिली खामियों को भी उजागर किया और कहा कि अस्पताल की हालत सुधारने की जरूरत है ताकि आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
अधिकारियों की मनमानियों पर चर्चा
सांसद शाम्भवी ने अधिकारियों की मनमानियों पर नाराजगी जताई और सुधार लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सड़कों के रखरखाव, नल जल की स्थिति, नगर निगम की सफाई व्यवस्था, जीविका दीदी के काम की प्रगति, नए सड़क निर्माण, और ड्रेनेज सिस्टम की समस्याओं पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी। उन्होंने प्रभारी मंत्री से आग्रह किया कि बीस सूत्री की बैठक हर 3 से 6 महीने में होनी चाहिए ताकि जिले के विकास का एजेंडा पीछे न छूटे।
विधायकों ने भी उठाए क्षेत्रीय मुद्दे
बैठक में स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन, विभूतिपुर के विधायक अजय कुमार, वारिसनगर के विधायक अशोक कुमार मुन्ना, रोसरा के विधायक वीरेंद्र पासवान, और एमएलसी डॉक्टर तरुण चौधरी ने भी अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दों को बैठक में रखा।