Samastipur : समस्तीपुर जिले का मुख्य बस पड़ाव कर्पूरी बस स्टैंड वर्षों से अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है। शहर के बीचों-बीच स्थित इस बस स्टैंड से रोजाना हजारों की आबादी बस सेवा के जरिए जिला समेत दूसरे प्रदेशों के लिए यात्रा करते हैं। लेकिन इन यात्रियों के लिए इस बस स्टैंड में बुनयादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। यहां यात्रियों के विश्राम के लिए कोई जगह नहीं है, न हीं पेयजल की कोई व्यवस्था है और न ही शौचालय की कोई सुविधा। इस वजह से आम लोगों को काफी परेशानी होती है।
इस बस स्टैंड के अंदर जलापूर्ति की लचर व्यवस्था की वजह से बस यात्रियों को पा पानी की उपलब्धता का लाभ बस यात्री कम, बस स्टैंड के अंदर और बाहर के दुकानदार अधिक उठा रहे हैं। दिनभर आपूर्ति वाले पानी के नलों पर इन इन्हीं दुकानदारों का ही कब्जा बना रहता है। दिनभर इन्हीं दुकानदारों का जमाबड़ा लगा रहता है। वे लोग अपनी दुकान में उपयोग के लिए लगातार पानी भर कर ले जाते हैं।
बस स्टैंड शाम होते ही अंधेरे में डूब जाता है। रोशनी की उचित व्यवस्था न होने के कारण यह स्थान पियक्कड़ों और जुआरियों के लिए सुरक्षित अड्डा बन जाता है। बाहर से आने वाले यात्री, खासकर महिलाएं, अंधेरे के कारण बस स्टैंड परिसर में खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। यात्री शेडों में ठहरने के बजाय वे अंधेरे से बचने के लिए बाहर की रोशनी में रुकने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लाइटिंग की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने से यहां शाम ढलते ही असमाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। बस स्टैंड में पेयजल की व्यवस्था न होने के कारण जहां लोगों को पानी के बोतल खरीदने पड़ते हैं, वहीं शौचालय न होने से सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को उठानी पड़ती है। ये लोग आए दिन छिनतई जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं।