समस्तीपुर शहर में बिजली आपूर्ति पूरी तरह जुगाड़ सिस्टम के सहारे चल रही है। शहर में कई स्थानों पर लगे ट्रांसफॉर्मर की हालत बेहद जर्जर हो चुकी है। अधिकांश जगहों पर फ्यूज को डायरेक्ट कर बिजली सप्लाई की जा रही है, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऐसी स्थिति में निर्बाध बिजली आपूर्ति संभव नहीं है।

इस गंभीर समस्या को लेकर बिजली संघर्ष मोर्चा समेत कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन अब तक कोई ठोस सुधार नहीं हो पाया है। शहर के पशुपालन अस्पताल के पास लगा ट्रांसफॉर्मर इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां पैनल पूरी तरह जर्जर हो चुका है। हैंडल, एवी स्विच, बुश, बुश रॉड, पैनल, एमसीबी समेत कई उपकरण जल चुके हैं।

विवेक बिहार, काशीपुर, जितवारपुर समीर सहित शहर के लगभग 50 ट्रांसफॉर्मर इसी हालत में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायत के बाद विभाग जुगाड़ सिस्टम के तहत काम चलाने के लिए थोड़ी बहुत मरम्मत तो करता है, लेकिन वोल्टेज में उतार-चढ़ाव होते ही फ्यूज उड़ जाता है। इसके बाद फ्यूज बनाने के लिए कई बार फोन करने के बावजूद बिजली विभाग के कर्मियों से समय पर रिस्पांस नहीं मिलता।


जल्द होगा समाधान
इस संबंध में बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आनंद कुमार ने बताया कि शहर में खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर और उनके उपकरणों को सुधारने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्राकलित राशि तय कर मरम्मत कराई जाएगी। जो ट्रांसफॉर्मर सुधार के योग्य नहीं होंगे, उन्हें बदला जाएगा।



