नालंदा जिले का रहने वाला 40 वर्षीय कुमोद उर्फ़ दीपक सोशल मीडिया पर स्टेटस डालता था— “आज उसकी किस्मत अच्छी थी, कमरे से बचकर भाग गई। गुड़िया और उसकी मां भी नहीं दिखी। अगली बार मुझसे गलती नहीं होगी।” आरोप है कि दरभंगा के एक स्कूल में पढ़ाने वाला यही कुमोद सोमवार सुबह समस्तीपुर की 19 वर्षीय छात्रा गुड़िया की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी।

मृतका गुड़िया, शिवाजीनगर थाना क्षेत्र के परसा गांव निवासी विनय कुमार की बेटी थी। वह दरभंगा के बहेड़ी में स्थित एक कोचिंग में D.El.Ed की तैयारी करती थी और तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी थी।

कहानी की शुरुआत डेढ़ साल पहले
गुड़िया की बड़ी बहन सपना (23) ग्रेजुएशन के बाद एंजल हाई स्कूल में साइंस टीचर बनी थी, जहाँ नालंदा निवासी कुमोद भी शिक्षक था। शुरू में कुमोद ने सामान्य बातचीत के बहाने सपना से संपर्क बढ़ाया, लेकिन कुछ समय बाद उसने प्यार का इज़हार कर दिया। सपना ने उसे नज़रअंदाज़ करना शुरू किया और यह बात अपनी मां फूल कुमारी व छोटी बहन गुड़िया को बताई।

गुड़िया ने मां और बहन को आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने के लिए कहा। पहले तो परिवार ने इसे छोटी बात मानकर टाल दिया, लेकिन जब कुमोद ने हरकतें जारी रखीं, तो गुड़िया खुद बहन के स्कूल पहुंची और आरोपी को सबके सामने फटकार लगाई। इसके बाद कुमोद ने सपना को वॉट्सऐप पर धमकी भरे संदेश भेजना शुरू कर दिया और सोशल मीडिया पर खुलेआम हत्या की धमकी देने लगा।

पुलिस में शिकायत, लेकिन कार्रवाई नहीं
आरोपी एक बार बंदूक लेकर सपना के घर पहुंचा और धमकी दी। परिवार ने इसकी लिखित शिकायत थाने में की और वॉट्सऐप मैसेज के प्रिंटआउट भी दिए, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मृतका की मां का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें यह कहकर लौटा दिया कि “जहां जाना है जाओ, आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।”

गुड़िया के चाचा संजय कुमार सिंह ने कहा कि अगर पुलिस ने उस समय सख्त कार्रवाई की होती, तो आज उसकी हत्या नहीं होती। आरोपी सपना के परिवार के सभी सदस्यों को धमकी भरे मैसेज भेजता था, जिनमें पिस्टल और कारतूस की तस्वीरें भी होती थीं।
हत्या की वारदात
सोमवार सुबह गुड़िया रोज की तरह कोचिंग के लिए निकली थी। रास्ते में कुमोद ने उसके सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस का बयान
SP अरविंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि थाने में आवेदन आने के बाद भी कार्रवाई न होना गंभीर मामला है। मामले की जांच की जा रही है और यदि तत्कालीन थाना अध्यक्ष की लापरवाही पाई गई, तो कार्रवाई होगी। सोमवार देर शाम तक पीड़ित परिवार का औपचारिक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ था। आरोपी टीचर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

